MP News: सागर के लापता ओबीसी नेता मान सिंह पटेल की गुमशुदगी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठन के आदेश दिए हैं। इसके बाद सागर पुलिस ने कार्रवाई में तेजी दिखाई और गफलत में पुलिस भोपाल के छोला गणेश मंदिर के पास से कचरा बीनने वाले संतोष श्रीवास्तव उर्फ कबाड़ी को उठा लाई।
हालांकि, मान सिंह के परिजनों ने संतोष को पहचानने से इनकार कर दिया है। वहीं संतोष का भोपाल के बैरसिया का निवासी होने की पुष्टि हो गई है। अब पुलिस कह रही है कि हुलिया समान होने के चलते उन्हें भोपाल पुलिस की मदद से पहचान कराने के लिए सागर लाया गया था। जल्द संतोष को उनके परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने दिए SIT गठन के निर्देश
मान सिंह पटेल की गुमशुदगी मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक को आईपीएस अधिकारियों की एक नई SIT गठित करने का निर्देश दिया था। एसआईटी आईजी रैंक के अफसर की अध्यक्षता में गठित करने के आदेश दिए गए (MP News) थे।
क्या है पूरा मामला?
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सागर के रहने वाले ओबीसी नेता मान सिंह पटेल साल 2016 में लापता हो गए थे। जमीन विवाद मामले में उनके बेटे सीताराम ने उस समय के कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह राजपूत और उनके सहयोगियों पर पिता को गायब कराने का आरोप लगाया था। गोविंद सिंह वर्तमान में बीजेपी सरकार में मंत्री हैं। सीताराम ने पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराने आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने मान सिंह की गुमशुदगी दर्ज (MP News) की।
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इस मामले में पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। इस एसआईटी की जांच को सुप्रीम कोर्ट ने महज दिखावा बताते हुए नई SIT बनाने और उसमें दूसरे राज्यों के सीनियर आईपीएस अफसरों को शामिल कर जांच करने के निर्देश दिए हैं।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मान सिंह के बेटे सीताराम पटेल ने गोविंद सिंह राजपूत पर अपने पिता की गुमशुदगी और उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया था। इस मामले में ओबीसी महासभा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
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सीताराम पटेल ने दावा किया था कि उनके पिता अगस्त 2016 में उस समय लापता हो गए, जब उन्होंने गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। यह शिकायत सागर जिले में उनकी पुश्तैनी जमीन पर राजपूत और उनके साथियों द्वारा अवैध कब्जा और निर्माण से संबंधित थी।
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सीताराम ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें चुप कराने और संपत्ति पर कब्जा करने के लिए उनके पिता को गायब कराया गया था। स्थानीय प्रशासन और सीएम हेल्पलाइन को कई बार शिकायत करने के बावजूद मान सिंह का पता लगाने के लिए ठोस पुलिस कार्रवाई नहीं की (MP News) गई।
कोर्ट ने कहा- जिन पर आरोप उनके हित में भी संदेह दूर होना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- “इसमें कोई दो राय नहीं है कि लापता व्यक्ति को जानने वाले लोगों के मन में छिपे संदेह को संतोषजनक ढंग से दूर किया जाना चाहिए। यहां तक कि उन लोगों के हित में भी जिनके खिलाफ संदेह की सुई उठाई गई (MP News) है।”