Vijay Sharma: बंदूक की नली से स्कूल नहीं निकलता ना ही अस्पताल, इससे हम भलीभांति अवगत है। विकास का रास्ता केवल शांति से निकलता है। यह बात छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कही है। शुक्रवार को नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर के पालनार गांव पहुंचे गृहमंत्री ने यहां पेड़ के नीचे जमीन पर बैठकर ग्रामीणों से संवाद किया।
गृहमंत्री ने ग्रामीणों से उनकी मांगे सुनी, आधार कार्ड सेंटर का अवलोकन किया, इसके अलावा स्कूल का निरीक्षण भी किया और बच्चो को वर्णमाला भी पढ़ाया।
जन समस्या निवारण शिविर में लिया भाग
दरअसल, डिप्टी सीएम और गृहमंत्री शर्मा आज जगदलपुर दौरे पर थे, लेकिन अचानक हेलिकॉप्टर से बीजापुर के लिए रवाना हो गए। उन्होंने पालनार के सीआरपीएफ 222 बटालियन कैम्प के हैलिपैड में उतरकर बाइक से पालनार गांव में आयोजित जन समस्या निवारण शिविर में भाग लिया।
शिविर के दौरान, गृहमंत्री ने आम पेड़ के नीचे बैठकर ग्रामीणों से बात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के लिए दिशा-निर्देश दिए और स्टॉलों का निरीक्षण भी किया।
बस्तर में जनता निर्णायक मूड में है: शर्मा
पत्रकारों से चर्चा करते हुए नक्सलवाद के सफाए से जुड़े सवाल पर गृहमंत्री का कहना था कि बस्तर में जनता निर्णायक मूड में है। विकास विरोधियों का समर्थन जनता नहीं कर रहीं है। जनता अस्पताल, सड़क, बिजली जैसी बुनियादी विकास के पक्ष में है ।
नवीन कैंपों की स्थापना के बाद भी पुवर्ति और मुटवेंदी में हत्या, आईईडी विस्फोट की घटनाओं पर गृहमंत्री का कहना था कि किसी स्कूली बच्चे की हत्या कर देना, आईईडी प्लांट करना, जो किसी की पहचान नहीं कर सकता यह किस तरह का आंदोलन है? सरकार उनसे हर छन वार्ता को तैयार है।
1200 शहीदों के स्मारक बनाने का खाका तैयार: शर्मा
बीजापुर में शहीद जवान की प्रतिमा की जगह ना मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 1200 शहीदों के स्मारक बनाने खाका बनकर तैयार है। पुलिस हाउसिंग बोर्ड को एजेंसी बनाया गया है।डिजाइन भी तैयार है।
उन्होंने कहा कि सरकार बस्तर के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। विकास विरोधियों से उनकी अपील है कि वे मुख्यधारा में जुड़े। समाज और देश उन्नति में मिलकर काम करे।सरकार हर कदम पर मदद के लिए तैयार है।