Chhattisgarh Congress: कांग्रेस पार्टी में बड़े बदलाव की तैयारी हो रही है, जिसमें OBC चेहरे को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को AICC का महासचिव बनाया जा सकता है। बघेल ने कहा है कि जिम्मेदारी का निर्णय पार्टी हाई कमान करेगा।
इससे पहले, दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में महासचिव और प्रभारियों की बैठक से पहले बघेल ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़े और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ मुलाकात की। इसमें बघेल को नई और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने का फैसला किया गया है। इसके अलावा, प्रदेश कांग्रेस संगठन में भी बड़े बदलाव के संकेत मिले हैं।
शीर्ष नेतृत्व ने पहले ही दिए थे बदलाव के संकेत
कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि जिन राज्यों में लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा है, वहां संगठन में बदलाव किए जा सकते हैं। इसके अलावा, आने वाले दिनों में 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसके मद्देनजर पार्टी अपने संगठन को मजबूत करने के लिए नए चेहरों को ला सकती है। यह बदलाव पार्टी को मजबूती प्रदान करने और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेंगे।
हाई कमान करेगा निर्णय: बघेल
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिलने का निर्णय हाई कमान करेगा। उन्होंने कहा कि AICC समय-समय पर जिम्मेदारियां देती रही है और आगे भी जो जिम्मेदारी मिलेगी, उसे पूरी निष्ठा से निभाया जाएगा।
बघेल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र के चुनावों में भी जिम्मेदारी मिलेगी तो उसे बखूबी निभाया जाएगा, साथ ही निकाय चुनाव में भी जिम्मेदारी मिलने पर काम किया जाएगा।
सिंहदेव को बनाया जा सकता है PCC चीफ
छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारों में चर्चा है कि भूपेश बघेल को AICC में महासचिव बनाने के बाद टीएस सिंहदेव को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा सकता है, लेकिन अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन छत्तीसगढ़ में कमजोर रहा, जबकि देश के अन्य राज्यों में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा। अब राज्यों में संगठन को मजबूत करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष सहित कार्यकारिणी में बदलाव किए जाने की संभावना है।
जिम्मेदारी निभाएंगे, नहीं तो मना कर देंगे: सिंहदेव
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने दिल्ली से लौटकर कहा कि उनसे पार्टी की बेहतरी के लिए सुझाव मांगे गए हैं, लेकिन जिम्मेदारी देने को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। सिंहदेव ने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव निकट हैं और आचार संहिता लगने वाली है, इसलिए संगठन में नए लोगों को समझने में दिक्कत होगी।
उन्होंने कहा कि हाई कमान जो निर्णय लेगा, उसे माना जाएगा। सिंहदेव ने कहा कि वे जहां प्रभावी ढंग से काम कर सकते हैं, वहां जिम्मेदारी निभाएंगे, नहीं तो मना कर देंगे।
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