Patwari Brijesh Mishra Arrested: रायपुर के तिल्दा इलाके में एक पटवारी को रिश्वत मांगने के आरोप में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गिरफ्तार किया है। पटवारी बृजेश मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने जमीन की बिक्री के लिए सत्यापित बी-1 और खसरे में सुधार के लिए 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। प्रार्थी मंगलूराम और योगेन्द्र बघेल ने ग्राम नकटी स्थित भूमि की बिक्री का सौदा तय किया था, लेकिन पटवारी ने रिश्वत की मांग की, जिसके बाद उन्होंने ACB को शिकायत की।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में दो नए अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त: अब बिलासपुर हाईकोर्ट में इतनी हुई जजों की संख्या
ACB ने जाल बिछाकर पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला रिश्वतखोरी की एक और घटना है, जिसमें सरकारी अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग करके अवैध लाभ कमाने की कोशिश करते हैं। ACB की कार्रवाई से ऐसे अधिकारियों को सबक मिलेगा और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
प्रार्थी ने पहले दे चुके थे 10 हजार रुपये
पटवारी बृजेश मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने जमीन की बिक्री के लिए सत्यापित बी-1 और खसरे में सुधार के लिए प्रार्थी मंगलूराम और योगेन्द्र बघेल से 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। प्रार्थियों ने पहले 10 हजार रुपये दिये थे और बाकी की राशि 10-10 हजार की किश्तों में देने पर सहमति बनी थी।
इसके बाद प्रार्थियों ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) से शिकायत की, जिसके बाद ACB ने शिकायत का सत्यापन किया और आरोप की पुष्टि हुई। ACB की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
दूसरी किश्त देने गए थे दोनों प्रार्थी
पटवारी बृजेश मिश्रा को रिश्वत मांगने के आरोप में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गिरफ्तार किया है। प्रार्थी मंगलूराम और योगेन्द्र बघेल जब दूसरी किश्त के तौर पर 10 हजार रुपये देने गए, तो ACB की टीम ने पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है।
यह भी पढ़ें: बिलासपुर हाईकोर्ट में पैरवी करने पहुंचे पी. चिदंबरम: जानें किसके वकील बनकर आए थे पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री?