RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की मीटिंग 8 अगस्त को आयोजित होगी। इस मीटिंग (RBI MPC Meeting) का ये अंतिम दिन भी है। सुबह 10 बजे मीटिंग को लेकर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास स्टेटमेंट जारी कर दिया है। जबकि 12 बजे प्रेस वार्ता में मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी दी जाएगी।
ये फाइनेंशियल ईयर 2024-25 की तीसरी मीटिंग है। इस मीटिंग में RBI रेपो रेट यानी इंटरेस्टट रेट में किसी भी बदलाव नहीं किया गया है। MPC के 6 में से 4 सदस्यों ने दरों में किसी भी तरह के बदलाव नहीं करने के पक्ष में फैसला लिया है।
अर्थव्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए RBI ने ‘WITHDRAWAL OF ACCOMMODATION’ बरकरार रखा है। इस फैसले का ऐलान करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI MPC Meeting) ने कहा कि ये पॉलिसी महंगाई दर 4 प्रतिशत पर लाने के आधार पर है। हम महंगाई दर के लक्ष्य पर बने हुए हैं।
घरेलू खपत बढ़ी- आरबीआई गवर्नर
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI MPC Meeting) ने कहा कि शहरी खपत के मजबूत होने के बाद घरेलू ग्रोथ बढ़ी है। कीमतों की स्थिरता के बिना ग्रोथ का टिकना काफी मुश्किल होगा। वर्तमान ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक पॉजिटिव दिखाई दे रहा है।
मगर मध्यम अवधि के मुताबिक ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि डिमांड होने पर मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों (RBI MPC Meeting) ने रफ्तार पकड़ी है। कृषि गतिविधियों में सुधार दिख रहा है। निजी निवेश में काफी तेजी के संकेत हैं।
आर्थिक ग्रोथ ये बोले शक्तिकांत दास
RBI गवर्नर ने घरेलू खपत के बाद आर्थिक ग्रोथ, क्रेडिट पॉलिसी के दौरान अर्थव्यवस्था पर बात करते हुए कहा कि फाइनेंशियल ईयर 2024-25 रियल जीडीपी ग्रोथ अनुमान 7.2 प्रतिशत पर बरकरार रहेगा। फाइनेंशियल ईयर 2024-25 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी अनुमान 7.3 प्रतिशत से कम होकर 7.1 प्रतिशत कर दिया गया है।
दूसरी तिमाही के लिए यह 7.2 प्रतिशत, तीसरी तिमाही के लिए 7.3 प्रतिशत, चौथी तिमाही के लिए 7.2 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। साथ ही कारोबारी साल 2026 की पहली तिमाही के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ 7.2 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
खाद्य महंगाई को लेकर सतर्क
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दूध और मोबाइल टैरिफ बढ़ोतरी के असर की समीक्षा की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य महंगाई के दबाव को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है। कोर महंगाई घटने के बावजूद भी सावधानी बरतने की काफी आवश्यकता है। खाद्य महंगाई अधिक होने पर MPC का रुख सतर्क है। वित्तीय स्थिति में मजबूती बनी हुई है।
आरबीआई गवर्नर खाद्य महंगाई को लेकर ये कहा
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दूध और मोबाइल टैरिफ बढ़ोतरी के असर की समीक्षा की जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य महंगाई के दबाव को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है। कोर महंगाई घटने के बावजूद भी सावधानी बरतने की काफी आवश्यकता है। खाद्य महंगाई अधिक होने पर MPC का रुख सतर्क है। वित्तीय स्थिति में मजबूती बनी हुई है।
शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि फंडिंग को लेकर बैंकों के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं। बैंकों को घरेलू बचत को बढ़ावा देना चाहिए। डिपॉजिट बढ़ाने पर बैंकों के सामने काफी चुनौतियां हैं। आरबीआई गवर्नर ने आगे कहा कि वैश्विक अस्थिरता के बाद भी फिलहाल भारतीय इकोनॉमी बेहतर स्थिति में है।
कई कंपनियां होम लोन नियमों का सहीं तरीके से पालन नहीं कर रही है। कंपनियां होम लोन नियों की पूर्ण रूप से अनदेखी कर रही है। इसकी रोकथाम के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के महत्वपूर्व कदम उठाए हैं। बैंकों को मजबूती कायम रखने के लिए अपना फ्रेमवर्क तैयार करना होगा। सुचारू ऑपरेशन व्यवस्था के लिए फ्रेमवर्क काफी अहम है।