Cyber Fraud: एमपी में मंत्रियों और अधिकारियों के नाम पर ठगी करने का मामले लगातार सामने आ रहे हैं. एक बार फिर बीजेपी विधायक को ठगों ने शिकार बनाने की कोशिश की है. हद तो ये है कि ठगों ने इस बार बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के नाम पर ठगी की है. बैतूल जिले के आमला से बीजेपी विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे से मंत्री बनवाने के नाम पर सवा लाख रुपए की डिमांड की गई है. कॉल करने वाले ने खुद को भाजपा का पदाधिकारी बताया और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से फेक बात भी करा दी. शक होने पर विधायक ने दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पीएम से बात की और फिर बैतूल पुलिस से शिकायत की.
आरोपी कानपुर से गिरफ्तार
मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को उत्तरप्रदेश के कानपुर में गिरफ्तार किया और बुधवार को बैतूल लेकर पहुंची है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी ने पंडाग्रे ही नहीं मंत्री बनाने का लालच देकर विधायकों से संपर्क किया गया है. वहीं, गिरफ्त में आए व्यक्ति ने आरोपों को गलत बताया गया है. उसका कहना है कि मैंने विधायक से पैसे मांगे हैं. यह मिस अंडरस्टैंडिंग है. मैं अपना पक्ष कोर्ट में रखूंगा.
चार दिनों से कर रहा था कॉल
मामले पर आमला विधायक डॉक्टर योगेश पंडाग्रे ने कहा कि चार दिन पहले करीब साढ़े 11 बजे मेरे पास एक व्यक्ति का कॉल आया था. उसने खुद को बीजेपी का पदाधिकारी बताया और कहा- राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी आपने बात करना चाहते चाहते हैं. दोपहर 2 बजे के बाद आप फोन के पास ही रहिए. आप इस नंबर को सेव कर लीजिए, मैं कॉल करूंगा.
क्यू आर कोड भेजकर मांगे पैसे
विधायक योगेश पंडाग्रे ने कहा कि शाम करीब 4 बजे मेरे पास फिर से कॉल आया. उसने कहा- राष्ट्रीय अध्यक्ष जी बात करना चाह रहे हैं. मैंने बात की तो उधर से कहा गया 10 तारीख को दिल्ली आकर आप मुझसे मिलिए. उन्होंने कहा- हमारा कुछ आगे का प्लान है, उसमें आप शामिल हैं. कुछ सहयोग भी करना पड़ेगा. उसने कहा- मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है और आपको मंत्री बनाया जाएगा. आंधप्रदेश में इसका आयोजन होने जा रहा है, इसलिए आप उसमें सवा लाख रुपए का सहयोग करें. इसके बाद वहां से एक क्यू आर कोड मेरे पास आया.
शक होने पर दिल्ली फोन किया
विधायक योगेश पंडाग्रे ने आगे कहा आवाज से मुझे फेक कॉल लगा. मैंने बताया कि कुछ फेक कॉल आ रहे हैं. विधायकों को प्रलोभन देकर रुपयों की डिमांड की जा रही है. मुझे वहां से कहा गया कि आप तत्काल केस दर्ज करवाकर एफआईआर की कॉपी दिल्ली भेजिए. मैंने ऐसा ही किया. मैंने उसे कैश देने की बात कहते हुए दो तीन दिन तक बातों में उलझाकर रखा. इसके बाद मंगलवार को उक्त व्यक्ति को कानपुर से गिरफ्तार किया गया.