Hariyali Teej Puja Samagri List: सुहागनों के लिए सावन का सबसे खास त्योहार हरियाली तीज इस बार 7 अगस्त को मनाई जाएगी। महिलाएं इस दिन सौलह श्रृंगार करके पूरी तरह से सजधज कर इस व्रत को करती हैं। विभिन्न गली मोहल्लों में महिलाएं हरियाली तीज का त्योहार मनाती हैं।
इस दिन महिलाएं भगवान शिव से अपने पति की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं। ऐसे में चलिए अगर आप भी हरियाली तीज का व्रत करने जा रही हैं तो चलिए आज हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं हरियाली तीज पर पूजा में उपयोग होने वाली जरूरी पूजा सामग्री क्या क्या है।
इनमें से कोई भी चीज छूटती है तो पूजा अधूरी मानी जाती है। तो चलिए जानते हैं कौन—कौन सी हैं वे पूजा सामग्री।
कब है हरियाली तीज का व्रत
हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन के महीने में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। इस साल हरियाली तीज का त्योहार 7 अगस्त बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं पूरे सौलह श्रृंगार के साथ्ज्ञ व्रत रखेंगी। आपको बता दें इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इसी के चलते हरियाली तीज पर भी भगवान शिव जी की पूजा की जाएगी।
हरियाली तीज पूजा सामग्री
Hariyali Teej 2024
Hariyali Teej Puja Samagri List:
हरियाली तीज पूजन सामग्री (Hariyali Teej Puja Samagri)
हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन किया जाता है। इस दिन पूजा की थाली तैयार करते आपको कुछ जरूरी सामान की जरूरी होती है। चलिए आपको बताते हैं।
समय पूजन सामग्री में चौकी
पीला वस्त्र
केला के पत्ते
कच्चा सूत
नए वस्त्र
बेलपत्र
धतूरा
भांग
शमी पत्र
जनेऊ
सुपारी
कलश
अक्षत
दूर्वा
तेल
घी
कपूर
अबीर
गुलाल श्रीफल
चंदन
गाय का दूध
गंगाजल
दही
चीनी
शहद
पंचामृत
देवी पार्वती को अर्पण करने के लिए एक हरी साड़ी और सोलह श्रृंगार
सुहाग के सामान में सिंदूर
बिंदी
चूडियां
महौर
खोल
कुमकुम
कंघी
बिछुआ
मेहंदी
इत्र
हरियाली तीज पूजा विधि
हरियाली तीज पूजन विधि (Hariyali Teej Puja Vidhi)
हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती के साथ ही उनके पुत्र भगवान श्रीगणेश की मिट्टी से मूर्तियां बनाई जाती है। इसके लिए काली मिट्टी का उपयोग किया जाता है। इसके लिए चाहें तो बाजार से मूर्तियां खरीद लें।
या स्वच्छ मिट्टी से घर पर प्रतिमा बना लें।
इसके बाद एक चौकी लें।
उस पर पीले रंग का कपड़ा बिछाकर इन मूर्तियों को स्थापित करें।
मूर्तियों को नए वस्त्र पहनाएं।
बेलपत्र, धतूरा, भांग, शमी पत्र, जनेऊ, सुपारी, कलश, अक्षत्, दूर्वा, तेल, घी, कपूर, अबीर, गुलाल श्रीफल, चंदन, गाय का दूध, गंगाजल, दही, चीनी, शहद, पंचामृत अर्पित करें।
मां पार्वती को एक हरे रंग साड़ी और सोलह श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
16 श्रृंगार के साथ इसमें सुहाग का सामान सिंदूर, बिंदी, चूड़ियां, महावर, खोल, कुमकुम, कंघी, बिछुआ, मेहंदी, इत्र आदि भी होना चाहिए।
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