हाइलाइट्स
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सागर के शाहपुर में दर्दनाक हादसा
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दीवार गिरने से 8 बच्चों की मौत
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मिट्टी से शिवलिंग बनाने के लिए हुए थे इकट्ठे
Sagar News: सागर जिले के शाहपुर से दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक दीवार गिरने से करीब 9 बच्चों की मौत हो गई। वहीं कई बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
आपको बता दें कि कई बच्चे मिट्टी के शिवलिंग बनाने के लिए इकट्ठा हुए थे। इसी दौरान एक मिट्टी की दीवार बच्चों के ऊपर गिर गई। घायल बच्चों को सागर अस्पताल रेफर किया है। सीएम मोहन यादव ने दुख जताते हुए परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। हादसे के बाद मामले में CMO और सब इंजीनियर निलंबित किया गया है. लापरवाही के चलते CMO और सब इंजीनियर निलंबित हुए हैं.
हादसे में इन बच्चों की गई जान
– दिव्यराज साहू पुत्र गोविंद साहू
– सुमित प्रजापति पुत्र महेश प्रजापति
– दिव्यांश साहू पुत्र नितेश साहू
– वंश लोधी पुत्र यशवंत लोधी
– नीतेश पटेल पुत्र कमलेश पटेल
– ध्रुव यादव पुत्र जगदीश यादव
– पर्व विश्वकर्मा पुत्र कृष्ण विश्वकर्मा
– खुशी पटवा पुत्री अमित पटवा
सागर में दर्दनाक हादसा: दीवार गिरने से 8 बच्चों की मौत, कई बच्चे घायलhttps://t.co/Pc7nv4CeN2#sagar #died #children #injured #wallcollapse #accident #hindinews #MPNews pic.twitter.com/oALt0WLGRH
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घटना के बाद गम में डूबा शहर
सागर जिले के शाहपुर में इस हृदय विदारक घटना से पूरा इलाका गमगीन हो गया है। आपको बता दें कि यहां के हरदौल मंदिर में शिवलिंग निर्माण और भागवत कथा का आयोजन चल रहा है।
सावन महीने में यहां सुबह से शिवलिंग बनाए जा रहे हैं। आज भी शिवलिंग बनाने का काम शुरू हुआ। रविवार की छुट्टी होने की वजह से शिवलिंग बनाने के लिए बच्चे भी बड़ी संख्या में पहुंचे थे।
जब बच्चे शिवलिंग बना रहे थे, तभी मंदिर के पास ही में करीब 50 साल पुरानी एक कच्ची दीवार भराभराकर बच्चों के ऊपर गिर गई, जिसमें 9 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई।
CM मोहन यादव ने जताया शोक
आज सागर जिले के शाहपुर में हुई अतिवृष्टि के कारण जर्जर मकान की दीवार गिरने से 9 मासूम बच्चों के काल कवलित होने की खबर सुनकर मन व्यथित है। घायल बच्चों के उचित इलाज के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है।
भगवान से करबद्ध प्रार्थना है कि दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 4, 2024
शाहपुर में दीवार गिरने से हुई 9 बच्चों की मौत पर सीएम मोहन यादव ने शोक जताया है। बच्चों के परिजनों को 4-4 लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया है।
चारों तरफ मची चीख-पुकार
घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। तत्काल ही दीवार के मलबे को हटाने का काम शुरू किया गाय और दबे बच्चों को निकाला गया। नगर परिषद, पुलिस और नगर वासी राहत कार्य में लगे हुए हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने जताया शोक
मध्य प्रदेश के सागर में भारी बारिश से दीवार गिरने के कारण 9 बच्चों की मृत्यु का समाचार बेहद हृदयविदारक है। कई लोग घायल भी हुए हैं।
शोकाकुल परिवारों को हमारी ओर से गहरी संवेदनाएँ व हम घायल पीड़ितों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते है।
सरकार व प्रशासन से आग्रह है कि त्वरित…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) August 4, 2024
सागर जिले के शाहपुर की घटना पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट कर शोक जताया है।
भारी बारिश नहीं झेल पाई दीवार
मिली जानकारी के मुताबिक, मंदिर के पास ही में 50 साल पुरानी ये दीवार जर्जर हो चुकी थी। इसके बाद भी इसे समय से नहीं गिराया गया।
बता दें कि सागर में इन दिनों भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते 24 घंटे के भीतर ही यहां 104 मिमी बारिश रिकॉर्ड दर्ज की गई है।
ऐसी स्थिति में कच्चे और जर्जर मकानों पर खतरा बना हुआ है। मंदिर के पास की भी ये दीवार भारी बारिश के चलते ही गिरी है।
हादसे में 9 बच्चों की मौत, कई बच्चे घायल
आपको बता दें कि सागर के शाहपुर (Sagar News) में रविवार सुबह बच्चे एक जर्जर दीवार के पास मिट्टी से शिवलिंग बनाने के लिए इकट्ठे हुए थे।
कई बच्चे पहले से ही वहां खेल रहे थे। इसी दौरान जर्जर दीवार अचानक से गिर गई, जिसमें पास ही में खेल रहे बच्चे बुरी तरह दब गए।
हादसे में 8 बच्चों की मौत हो गई। कई बच्चे घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
पूर्व मंत्री और रहली विधायक गोपाल भार्गव पहुंचे घटनास्थल
हादसे की जानकारी मिलते ही पूर्व मंत्री और रहली के विधायक गोपाल भार्गव घटनास्थल पहुंचे। मौके पर बच्चों के परिजनों से मुलाकात की।
अस्पताल में नहीं मिले डॉक्टर
हादसे में घायल हुए बच्चों को शाहपुर अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन हॉस्पिटल में एक भी डॉक्टर नहीं मिला। सिर्फ एक कर्मचारी ही मौजूद था, जिसे लेकर क्षेत्रवासियों ने नाराजगी जाहिर की।
लोगों का कहना है कि यहां के पदस्थ डॉक्टर हॉस्पिटल कभी-कभार ही आते हैं और दस्तखत करके चले जाते हैं। उन्होंने बताया कि जब घायल बच्चो को अस्पताल (Sagar News) लाया गया तो यहां मरहम पट्टी करने वाला तक मौजूद नहीं था।
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