Bus Operators Strike In Sagar: मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक बार फिर बस यात्री हड़ताल पर जा रहे हैं. जिससे प्रदेश के कई जिले प्रभावित होंगे. हड़ताल भी ऐसे समय में जब भाई बहनों का प्रमुख त्यौहार रक्षाबंधन आ रहा है. साथ ही बुंदेलखंड के ऐसे जिले में जहां ट्रेनें उतनी संख्या में नहीं चलती हैं.
साथ ही यहां से कई शहर ऐसे हैं जहां से ट्रेनों का संचालन नहीं होता है. मामला पुनः पुराना बस स्टैंड चालू करने का है. बस ऑपरेटर पुराने बस स्टैंड को ही चालू करने की मांग कर रहे हैं. 5 अगस्त की सुबह 6:00 बजे से यात्री बसों के पहिए थम जाएंगे. सागर बस संचालक यूनियन ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम जिला प्रशासन को पत्र भेज कर इसका ऐलान किया है.
5 अगस्त से बस ऑपरेटर करेंगे हड़ताल
सागर जिले में प्रतिदिन 550 बसों का संचालन होता है, 20,000 से ज्यादा यात्री सफर करते हैं. सागर से इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर के अलावा नागपुर, दिल्ली, झांसी , लखनऊ, रायपुर, प्रयागराज के लिए भी रोजाना बस चलती हैं. अब बस संचालकों का कहना है कि यदि 4 अगस्त की रात 12 बजे तक पुराने बस स्टैंड से बसों का संचालन शुरू नहीं किया जाता है, तो 5 अगस्त की सुबह 6 बजे से सभी बसों को खड़ा कर दिया जाएगा और बस संचालित नहीं की जाएंगी.
रक्षाबंधन में हड़ताल से बढ़ेंगी परेशानी
सागर से करीब 30 जिलों के लिए डायरेक्ट बस जाती हैं. यहां से प्रतिदिन 50 हजार यात्रियों का आना जाना होता है. वहीं बस ऑपरेटरों की हड़ताल से अब इन यात्रियों की परेशानी बड़ सकती हैं. रक्षाबंधन का मौका हैं ऐसे में बहनों के लिए ये और ज्यादा मुशीबत भरा रह सकता है.
हाईकोर्ट से नहीं मिली राहत
मुख्य बस स्टैंड के ट्रांसफर को लेकर याचिका दायर की गई थी. जिसे जबलपुर हाईकोर्ट की डबल बैंच ने खारिज कर दिया था. अब बस ऑपरेटर्स ने दोबारा हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. इससे पहले भी जून के महीने में सागर में बस ऑपरेटर्स ने हड़ताल की थी। जो करीब 10 दिन तक चली थी. इस दौरान बड़ी संख्या में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा था. मामले में मप्र सड़क परिवहन प्राधिकरण और सरकार की ओर मौजूद वकील एसएस चौहान और अंशुमानसिंह ने बैंच को बताया कि उपरोक्त कमियों को दूर किया जाएगा. हाईकोर्ट ने उक्त जवाब को संतोषजनक मान रिकॉर्ड पर लेते हुए यह अपील खारिज कर दी थी.
नई बस स्टैंड से नहीं मिलते यात्री
बस ऑपरेटर का कहना है कि न्यू बस स्टैंड से यात्री बसों का संचालन करने की वजह से 50 से 100 किलोमीटर की सवारी का बस में बैठना बेहद कम हो गया है. क्योंकि इन यात्रियों को अब दो गुना तीन गुना किराया शहर तक पहुंचने के लिए देना पड़ रहा है.
जिससे यात्री नहीं मिल रहे हैं. रोजाना 1000, 2000 का डीजल मालिकों को अपनी जेब से ही डलवाना पड़ रहा है. इस स्थिति में या तो सागर के डॉक्टर हरि सिंह गौर मुख्य बस स्टैंड और प्राइवेट बस स्टैंड से ही पहले की तरह बसों का संचालन शुरू किया जाए, नहीं तो वे हड़ताल पर जाएंगे.
3 महीने से चला आ रहा मामला
सागर में बीते 3 महीने से न्यू बस स्टैंड और पुरानी बस स्टैंड से बसों का संचालन करने को लेकर जिला प्रशासन और ऑपरेटर संघ आमने-सामने हैं. सबसे पहले 13 मई को बस स्टैंड शिफ्ट कर न्यू आरटीओ कार्यालय के पास से शुरू किया गया था. बाद में रूट निर्धारण को लेकर हड़ताल हुई उस पर सहमति बनी, लेकिन फिर कोर्ट में याचिका लगाई.
जिसके बाद स्टे ऑर्डर मिला, और जून में पुराना बस स्टैंड चालू हुआ, लेकिन प्रशासन की ओऱ से फिर अपना पक्ष रखा गया. इसके बाद 20 जुलाई से दोबारा न्यू बस स्टैंड शुरु हुआ. लेकिन इस बार मकरोनिया से बमोरी होते हुए बस स्टैंड तक पहुंच रही.
सागर जिला बस संचालक आपरेटर्स एसोसिएशन के सचिव संतोष पांडे का कहना है कि हम 5 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। इसे लेकर ज्ञापन कलेक्टर, एसपी आदि को दे दिया गया है।