हाइलाइट्स
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4 अगस्त को मनाया जाएगा हरेली तिहार
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सभी औजारों की पूजा करते हैं किसान
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त्यौहार को लेकर शुरू हुई सियासत
CG Hareli Tihar 2024: छत्तीसगढ़ का सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख रूप से मनाया जाने वाला त्यौहार हरेली की तैयारी शुरू हो गई है। किसानों और ग्रामीणों ने भी इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इस त्यौहार को लेकर अब सियासत भी शुरू हो गई है। जहां आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो गया है।
बता दें कि अब छत्तीसगढ़ में त्यौहारों (CG Hareli Tihar 2024) पर राजनीति का रंग चढ़ने लगा है। हरेली त्यौहार को लेकर बयानों की बौछार हो रही है। क्या है इसके पीछे की वजह। और इसे क्यों पिछली सरकार के कार्यकाल से जोड़कर देखा जा रहा है। इस रिपोर्ट में हम आपको बताते हैं।
प्रदेश का पहला त्यौहार हरेली
धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में त्यौहार (CG Hareli Tihar 2024) का बड़ा महत्व है। जहां खेती-किसानी ही जीवन यापन का जरिया है। और यही त्यौहार है, प्रदेश का सबसे पहला त्यौहार (तिहार) हरेली है। फसल की बुवाई के बाद इस उत्सव को मनाया जाता है। कृषि औजारों की पूजा कर पारंपरिक खेलों का लुत्फ लिया जाता है।
इस पर्व पर हो रही राजनीति
अब इस हरेली पर्व (CG Hareli Tihar 2024) पर पॉलिटिक्स हो रही है। कांग्रेस का कहना है कि, भूपेश के सीएम रहते सीएम हाउस समेत प्रदेशभर में हरेली त्यौहार मनाया जाता रहा है। साथ ही सरकारी अवकाश की घोषणा की गई थी, लिहाजा पीसीसी चीफ दीपक बैज ने इस बार भी प्रदेशभर में उत्सव मनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी यह त्यौहार सरकार के द्वारा मनाया जाए।
कांग्रेस सरकार में बड़े स्तर पर उत्सव
कांग्रेस सरकार में बड़े स्तर पर हरेली त्यौहार (CG Hareli Tihar 2024) मनाया जाता था। अब सरकार बदलने के बाद हरेली त्यौहार पर संकट के बादल नज़र आ रहे हैं। हालांकि सरकार धूमधाम से त्यौहार मनाने की बात कह रही है।
यदि यह त्यौहार मनाया जाता है तो इस उत्सव में स्थानीय खेल को प्राथमिकता दी जाती है और छत्तीसगढ़वासी इस उत्सव में उत्साह से भाग लेते हैं। कांग्रेस सरकार के द्वारा इस उत्सव पर प्रतियोगिता भी आयोजित कराई गई थी।
सरकार परंपराओं को बचाने कर रही प्रयास
छत्तीसगढ़ की परंपरा (CG Hareli Tihar 2024) को बचाने सरकार लगातार कोशिश करती नजर आई है। यही वजह है कि परंपराओं को सहेजने कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। कांग्रेस सरकार में जहां प्रदेशभर में बड़े आयोजन होते थे, तो वहीं, साय सरकार में भी आयोजन की तैयारी है। फिलहाल, हरेली के इस त्यौहार में राजनीति का रंग गहराता जा रहा है।
कृष्ण पक्ष की अमावस्या को हरेली
बता दें कि छत्तीसगढ़ में हरेली त्यौहार (CG Hareli Tihar 2024) सावन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाते हैं। यह प्रदेश का पहला त्यौहार है। प्रदेश में यह त्यौहार धूमधाम से मनाते हैं। यह त्यौहार कृषि पर आधारित है।
इसलिए प्रदेश के किसान इसे बहुत ही ख़ुशी के साथ मनाते हैं। इस त्यौहार को छत्तीसगढ़ी में हरेली तिहार के नाम से भी जाना जाता है। इस त्यौहार को हरेली तिहार इसलिए बोला जाता है, क्योंकि सावन महिना में हर जगह हरियाली छाई रहती है। किसान अपने खेतों में धान रोपकर आते हैं, पेड़े भी हरे-भरे हो जाते हैं, जो कि किसानों की सबसे बड़ी खुशी का अहसास होते हैं।
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औजार की होती है पूजा
हरेली तिहार (CG Hareli Tihar 2024) में कृषि से जुड़े सभी औजारों की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन हर घर में स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं। किसान अपने गाय-भैंस, बेल को यह स्वादिष्ट भोजन प्रसाद के रूप में खिलाते हैं।
इससे उन जानवरों को कोई भी बीमारी नहीं होती है। हरेली तिहार के दिन सभी लोग अपने दरवाजे पर नीम की टहनी तोड़कर टांग देते हैं। इसी के साथ बहुत सारे खेल का आयोजन शुरू हो जाता है। हरेली के दिन सुबह से ही बच्चे-युवा तक 20 या 25 फीट तक गेंडी बनाते हैं, और गेंडी चढ़कर गांव में घूमते हैं।