हाइलाइट्स
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सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की सांसदी को खतरा
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खंडवा सांसद के निर्वाचन को हाईकोर्ट में चुनौती
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ज्ञानेश्वर पाटिल से 4 हफ्ते में मांगा जवाब
Gyaneswar Patil: खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की सांसदी पर खतरा मंडरा रहा है। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में एक चुनाव याचिका के जरिए बीजेपी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के निर्वाचन को चुनौती दी गई है। जस्टिस विवेक जैन की एकलपीठ ने ज्ञानेश्वर पाटिल और अन्य को नोटिस जारी करके 4 हफ्ते में जवाब मांगा है।
नामांकन में जानकारी छुपाने का आरोप
खरगोन के नरेंद्र पटेल की ओर से अधिवक्ता अभय पांडे ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि चुनाव याचिकाकर्ता नरेंद्र पटेल कांग्रेस की टिकट पर खंडवा संसदीय सीट से प्रत्याशी थे। उनका आरोप है कि उनके प्रतिद्वंदी बीजेपी के ज्ञानेश्वर पाटिल ने नामांकन पत्र के साथ जमा किए गए शपथ पत्र में महत्वपूर्ण जानकारी छुपाई थी।
निर्वाचन निरस्त करने की मांग
ज्ञानेश्वर पाटिल सहकारी बैंक के मामले में डिफॉल्टर घोषित किए गए थे। नियमों के मुताबिक ये जानकारी शपथ पत्र में अनिवार्य रूप से दर्ज करनी थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इससे उनका नामांकन दूषित हो गया। इसकी शिकायत को गंभीरता से लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी को नामांकन पत्र निरस्त कर देना था। इसलिए हाईकोर्ट में चुनाव याचिका दायर करके पाटिल का निर्वाचन निरस्त करने की मांग की गई है।
4 सितंबर को होगी अगली सुनवाई
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 4 सितंबर को होगी।
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ज्ञानेश्वर पाटिल ने नरेंद्र पटेल को दी थी शिकस्त
खंडवा लोकसभा सीट पर बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की थी। बीजेपी प्रत्याशी ज्ञानेश्वर पाटिल ने कांग्रेस के नरेंद्र पटेल को बड़े अंतर से हराया था। जीत का अंतर 2 लाख 69 हजार 971 वोट था। ज्ञानेश्वर पाटिल को 8 लाख 62 हजार 679 वोट मिले थे। वहीं नरेंद्र पटेल को 5 लाख 92 हजार 708 वोट मिले थे।