हाइलाट्स
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मध्यप्रदेश में अब विजयपुर उपचुनाव का रण
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बीजेपी के दो पूर्व विधायकों के बगावती तेवर
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रामनिवास रावत के लिए चुनौती बने विधायक
Vijaypur Upchunav: कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए रामनिवास रावत मंत्री तो बन गए हैं, लेकिन उपचुनाव (Vijaypur Upchunav) में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल बीजेपी के दो पूर्व विधायकों ने उपचुनाव (Vijaypur Upchunav) की तारीख तय होने से पहले ही पार्टी से टिकट की मांग कर दी है।
टिकट न मिला तो कांग्रेस में जाऊंगा
विजयपुर (Vijaypur Upchunav) से पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी ने बगावती तेवर दिखाते हुए कहा है कि, “अगर मुझे टिकट न मिला तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे।
रामनिवास रावत के विधानसभा में 15 हजार वोट हैं, जबकि मेरे समाज के 60 हजार वोट हैं।
इसलिए मुझे ही टिकट दिया जाए, अगर इस उपचुनाव (Vijaypur Upchunav) में मुझे टिकट नहीं दिया गया तो मैं कांग्रेस में भी चला जाऊंगा। जिसका बड़ा नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ेगा”।
बाबूलाल मेवरा ने भी खोला मोर्चा
इसके साथ ही विजयपुर (Vijaypur Upchunav) के पूर्व विधायक और छह महीने पहले हुए चुनाव में रामनिवास के खिलाफ बीजेपी से चुनाव लड़ने वाले बाबू लाल मेवरा ने भी पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है।
मैं चुनाव जीत जाऊंगा- मेवरा
बाबूलाल मेवरा ने कहा कि, “मैं जनसंघ के वक्त बीजेपी का कार्यकर्ता हैं, इसलिए टिकट मुझे मिलना चाहिए। ये पार्टी संगठन आधारित है, व्यक्ति आधारित नहीं। पिछली बार कुछ अपनों की बगावत से मैं चुनाव हार गया था, लेकिन अब चुनाव जीत जाऊंगा। मुझसे कांग्रेसियों ने भी संपर्क किया है।
रामनिवास रावत को टिकट मिलना तय
आपको बता दें कि रामनिवास रावत 2023 के विधानसभा चुनाव में विजयपुर (Vijaypur Upchunav) से विधायक चुने गए थे। हालांकि लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में एंट्री ली थी। कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसिलए इस सीट पर जल्द ही उपचुनाव (Vijaypur Upchunav) होंगे। इन उपचुनाव में बीजेपी से रावत को टिकट मिलना तय है। ऐसे में बीजेपी के अंदर बगावती सुर अब उठने लगे हैं।