हाइलाइट्स
-
मितानिनों को हर महीने खाते में आएगी राशि
-
तीन माह देरी से मिल पाती थी प्रोत्साहन राशि
-
पंचायतों में काम करती है मितानिन बहनें
CG Mitanin Protsahan Rashi: छत्तीसगढ़ में मितानिन बहनों के लिए बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। अब मितानिन बहनों को उनके बैंक खाते में सीधे प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
इसकी शुरुआत आज रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में की गई है। इसकी शुरुआत सीएम विष्णुदेव साय ने राज्य की मितानिनों को ऑनलाइन प्रोत्साहन राशि दिए जाने की व्यवस्था का शुभारंभ किया है।
बता दें कि (Mitanin ka Paisa kaise Check Kare) छत्तीसगढ़ में मितानिन (CG Mitanin Protsahan Rashi) के रूप में महिलाएं काम कर रही हैं। इन महिलाओं को अब मानदेय के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। सरकार की ओर से मितानिनों के मानदेय का भुगतान अब से सीधे उनके बैंक खाते में होगा।
रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम अरूण साव, विजय शर्मा विशिष्ट अतिथि थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने की। कार्यक्रम में वन मंत्री केदार कश्यप, वित्त मंत्री ओपी चौधरी आदि मौजूद रहे।
90.8 करोड़ रुपए किए ट्रांसफर
मुख्यमंत्री ने (Chief Minister Vishnudev Sai) ने रिमोट का बटन दबाकर मितानिन प्रोत्साहन राशि (Mitanin Incentive amount) सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर किए। मितानिनों के बैंक खाते में 90 करोड़ 8 लाख 84 हजार 20 रुपए ट्रांसफर किए गए।
बता दें कि प्रदेश में 69607 मितानिन बहने, 3448 मितानिन प्रशिक्षक, 289 ब्लॉक समन्वयक, 176 स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक, 26 शहरी क्षेत्र समन्यवक, 285 मितानिन हेल्प डेस्क समन्वयक हैं। जिनको अब हर महीने प्रोत्साहन राशि सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएगी।
सीएम ने किया मितानिनों से संवाद
रायपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मितानिनों का उत्साह देखते ही बन रहा था। जहां महिलाओं ने अपनी-अपनी पंचायत और अपने निर्धारित क्षेत्र में काम करने के अनुभवों को सीएम विष्णुदेव साय के साथ सांझा किया। इस दौरान सीएम साय ने भी सभी मितानिनों का अभिवादन किया। वहीं सभा को संबोधित करते हुए सीएम साय ने मितानिनों की सराहना की।
पहले ऐसे मिलती थी प्रोत्साहन राशि
बता दें कि (Mitanin ka Paisa kaise Check Kare) पहले मितानिनों को विकासखंड स्तर पर एमआईपीएस सॉफ्टवेयर के द्वारा भुगतान (CG Mitanin Protsahan Rashi) किया जाता था।
शासन से राशि जिले को आवंटित की जाती थी और जिलों से विकासखंडों में पहुंचाई जाती थी। यहां से फिर मितानिनों को भुगतान किया जाता था।
ये खबर भी पढ़ें: Xiaomi ने बनाई स्मार्ट फैक्ट्री: इंसानों के बिना 24 घंटे होगा काम, 365 दिन चलेगी फैक्ट्री, हर साल बनेंगे 1 करोड़ फोन
पहले तीन माह तक लगता था समय
बता दें कि राज्य स्तर से जिला स्तर पर राशि आती है, जिले से विकासखंड स्तर पर आने के बाद यह राशि मितानिनों (CG Mitanin Protsahan Rashi) को दी जाती है। इस तीन चरण की प्रोसेस के तहत दो से तीन महीने का विलंब हो जाता है।
इससे यह प्रोत्साहन राशि इन बहनों को समय पर नहीं मिलती थी। अब इस ऑनलाइन व्यवस्था से उन्हें समय पर भुगतान किया जा सकेगा।