MP News: एमपी के अगर मालवा से सरकारी सिस्टम की लचर व्यवस्था का चेहरा सामने आया है. जहां एक हाई स्कूल की प्राचार्य को सरपंच के खिलाफ शिकायत करने का सोचना भी महंगा पड़ गया. दरअसल प्राचार्य ने स्कूल में पानी नहीं आने को लेकर सरपंच के खिलाफ शिकायत करने की बात कही थी. इसके बाद कुछ ही घंटे में कलेक्टर साहब ने प्राचार्य के ट्रांसफर का आदेश जारी कर दिया. इसके बाद ग्रामीण प्राचार्य के समर्थन में आए. विरोध को देखते हुए कलेक्टर साहब ने आदेश निरस्त कर दिया.
क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के पालखेड़ी गांव के शासकीय हाईस्कूल की प्राचार्य ने “पीने के पानी” उपलब्ध नहीं होने पर सरपंच के खिलाफ़ FIR दर्ज़ कराने की बात कही थी. अगले कुछ घंटों में ही कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने उनका ट्रांसफर 80 कि.मी. दूर कर दिया. इसके खिलाफ गांव वालों ने मोर्चा खोल दिया. आख़िरकार, कलेक्टर साहब को ट्रांसफर निरस्त करना पड़ा. इसके बाद 10 जुलाई यानी आज सुबह जब प्राचार्य स्कूल पहुंचे तो सभी ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया.
आतिशाबाजी के साथ प्रिंसिपल का स्वागत
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मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के एक सरकारी स्कूल में प्राचार्या ने स्कूल में "पीने के पानी" उपलब्ध नहीं होने पर सरपंच के खिलाफ़ FIR दर्ज़ कराने की बात कही।
अगले कुछ घंटों में उनका ट्रांसफर 80 क.म दूर कर दिया गया। इसके खिलाफ़ गांव वालों ने मोर्चा… pic.twitter.com/X2yFV5jwq6
— काश/if Kakvi (@KashifKakvi) July 10, 2024
सिस्टम से जीतने के बाद बुधवार की सुबह जब प्राचार्य के सी मालवीय वापस स्कूल पहुंचें तो ग्रामीणों और छात्र-छात्राओं ने उनका भव्य स्वागत हुआ. प्राचार्य मालवीय को दूल्हे की तरह घोड़ी पर बैठाकर जुलूस निकाला गया और जमकर आतिशबाजी की गई. इस भव्य स्वागत का वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.