हाइलाइट्स
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पचमढ़ी में बंदरों का भयंकर आतंक
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पर्यटकों के गाल में चांटे जड़ रहे बंदर
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200 मीटर दूर सुनी जाती है आवाज
MP Pachmarhi News: लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने वाली सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में आजकल बंदरों का भयंकर आतंक देखा जा रहा है। इसे लेकर कई खबरें भी मिलीं, जिनमें बंदरों ने लोगों को काफी नुकसान पहुंचाया है।
अब तो बंदरों ने हद ही करदी है। बंदर इतने निडर हो गए हैं कि लोगों के गाल में चांटे जड़ना शुरू कर दिया है, जिसकी आवाज 100 मीटर तक सुनाई देती है। पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए प्रशासनिक, फॉरेस्ट अफसरों, होटल मालिक और टैक्सी यूनियन की बैठक हुई, जिसमें बंदरों को दूसरी जगह शिफ्ट करने को लेकर सहमति बनी है।
भारी चुनौतियों के चलते कैसे शिफ्ट किए जाएंगे बंदर?
बंदरों को पकड़ना बहुत मुस्किल काम होता है, क्योंकि जिस वक्त बंदरों को पकड़ते हैं, तो उनके काटने का डर रहता है। कई बार बंदर हमला भी कर देते हैं, जिसमें जान का खतरा भी होता है।
ऐसे में अब ये देखना होगा कि बंदरों को पचमढ़ी (MP Pachmarhi News) से कहीं और शिफ्ट किया जाएगा। क्योंकि लगातार पचमढ़ी में बंदरों के आतंक से घटनाएं हो रही हैं, जिनके चलते कई शिकायतें भी मिल रही हैं। लोग बंदरों के भय से पचमढ़ी (MP Pachmarhi News) जाने में हिचकिचाने लगे हैं।
पर्यटकों के गाल में चांटे जड़ रहे बंदर
आजकल पचमढ़ी में बंदरों की वारदाते बढ़ती ही जा रही हैं। कभी किसी का सामान लेकर भाग जाते हैं, तो कभी किसी को चांटा मार देते हैं, कभी किसी पर हमला कर देते हैं।
इतना ही नहीं कभी तो पर्यटकों का पर्स लेकर भाग जाते हैं और उसमें रखे लाखों रुपए निकालकर उड़ा देते हैं। बता दें कि यहां धीरे-धीरे बंदर बेकाबू होते जा रहे हैं, जिसका खामियाजा पर्यटकों को भोगना पड़ रहा है।
बैठक में बंदरों को कहीं और शिफ्ट करने का लिया फैसला
पचमढ़ी में आए दिन बंदरों की वारदातों को देखते हुए पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए 8 जुलाई सोमवार को (MP Pachmarhi News) प्रशासनिक फॉरेस्ट अफसरों के साथ होटल मालिक और टैक्सी यूनियन की बैठक हुई।
मीटिंग में बंदरों के हमले और बचाव को लेकर मांग की गई, जिसे देखते हुए बंदरों को पचमढ़ी से कहीं और शिफ्ट करने की निर्णय लिया गया। बैठक में पर्यटन स्थल, पर्यटकों की सुरक्षा, सुविधा के साथ साफ-सफाई के मुददों को उठाया गया। कलेक्टर सोनिया मीना ने सभी को आश्वासन दिया कि बंदरों को जल्द ही वहां से शिफ्ट किया जाएगा।
जिप्सी नहीं चलाने का भी लिया निर्णय
पचमढ़ी में पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए पुरानी जिप्सी को नहीं चलाने का निर्णय भी लिया गया। पर्यटन स्थल और नगर में सिंगल यूस प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की समझाइस भी दी गई।
कलेक्टर द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने और साफ-सफाई के लिए स्थानीय व्यक्तियों को प्रेरित करने के साथ पचमढ़ी को टूरिस्ट मॉडल बनाने के सुझाव दिए गए।
बैठक में संचालक संजाव कुमार शर्मा, SDM संतोष तिवारी, तहसीलदार वैभव बैरागी, साडा CEO नीरज श्रीवास्तव समेत टैक्सी मालिक के साथ चालक कल्याण संघ, गाइड कल्याण संघ और पचमढ़ी होटल एसोसिएशन मौजूद रहे।
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