हाइलाइट्स
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हैंडपंप का खराब पानी पीने से 25 से ज्यादा लोग बीमार
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गांव वाले हैंडपंप के पानी को मान रहे बीमारी की वजह
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आप भी न हो जाएं शिकार, बचने के लिए ऐसे करें पानी की जांच
Rewa News: मऊगंज जिले के डूडा दुआरी गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब गांव के 25 से ज्यादा लोग खराब पानी पीने से अचानक बीमार हो गए। लोगों को उल्टी-दस्त हुए और हालत बिगड़ने लगी। ग्रामीणों की गंभीर हालत देख तत्काल मऊगंज के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
Rewa News: सागर के बाद मऊगंज में खराब पानी पीने से 25 लोग बीमार, इन घरेलु नुस्खों से करें पानी की जांच
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जानकारी मिलते ही पहुंचे अफसर
जानकारी मिलते ही रीवा के मुख्य चिकित्सा स्वाथ्य अधिकारी अस्पताल (Rewa News) पहुंचे। मरीजों का हालचाल जाना और अधिकारियों को बीमारी की वजह पता करने के निर्देश दिए।
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आपको बता दें कि बीते कुछ दिन पहले सागर के मैहर गांव में भी बोर का खराब पानी पीने से करीब 250 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई है। एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है।
हैंडपंप के खराब पानी ने बिगाड़ी 25 लोगों की तबीयत
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले (Rewa News) में स्थित सीतापुर के डूडा दुआरी गांव में लगे हैंडपंप का खराब पानी पीने से 25 से ज्यादा लोग बीमार हो गए हैं। मरीजों के परिजनों की मानें तो गांव के सभी लोगों को पिछले 3 दिनों से उल्टी-दस्त की शिकायत है। जिसे गांव वालों ने बिगड़ते मौमस की वजह से हलके में ले लिया और नजरअंदाज कर दिया।
इसके बाद शनिवार शाम को जब लोगों की हालत गंभीर हुई तो पूरे गांव में हड़कंप मच गया। गांव वालों ने तत्काल 108 पर फोन कर सूचना दी और मरीजों को सिविल हॉस्पिटल में एडमिट कराया।
बीमारी का पता लगाने के अफसरों ने दिए निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन की टीम सकते में आ गई। तत्काल रीवा के मुख्य चिकित्सा स्वाथ्य अधिकारी भी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और स्वाथ्य अधिकारियों से चर्चा की। इसके साथ ही गांव वालों से चर्चा करके इलाज के साथ ही बीमारी की जड़ का पता लगाने के निर्देश दिए।
गांव वाले इसे मान रहे बीमारी की वजह
गांव के 25 से ज्यादा लोग एक साथ बीमार होने पर गांव वालों का कहना है कि गांव के पास ही एक डामर प्लांट लगा हुआ है।
बारिश होने के बाद डामर प्लांट का खराब पानी प्लांट से बहकर हैंडपंप के पास इकट्ठा हो गया है, जिसे पीने के बाद इतने लोग एक साथ बीमार हुए हैं। हालांकि ये तो जांच का विषय है, जांच के बाद ही पता चल पाएगी की बीमारी की असली वजह क्या है।
इन घरेलु नुस्खों से करें पानी की जांच
पानी के रंग से चेक करें शुद्धता
पानी को पीने से पहले अपने घरेलु नुस्खों को अपनाकर आप आसानी से पानी को चेक कर सकते हैं। सबसे पहले पानी को एक कांच के गिलास में भरकर उसका रंग देंखें।
अगर आपको पानी का रंग पीला या ब्राउन कलर का दिखे या फिर उसमें किसी तरह के कण दिखें तो तुरंत समझ जाए की पानी लो-क्वालिटा का है। ऐसे पानी को न पिएं।
ऐसे चेक करें पानी की ट्रांसपेरेंसी
पानी के रंग के साथ उसकी ट्रांसपेरेंसी भी जरूर चेक करें। यदि पानी का रंग अलग है या फिर किसी तरह के पार्टिकल्स हैं तो पानी धुंधला सा दिखेगा।
यदि पानी में मिट्टी के कण होते हैं, तब भी धुंधला दिखाई देता है। ऐसे पानी को फिल्टर करके ही पीना चाहिए। बगैर फिल्टर के पीने से बीमारी हो सकती है।
पानी की महक से पहचानें
पानी पीने से पहले उसे सूंघकर देखें। यदि पानी में किसी तरह की महक आती है, तो पीने से पहले उसकी जांच कर लेनी चाहिए।
इससे पहले आपको ये भी ध्यान में रखना होगा कि जिस बर्तन में आप पानी ले रहे हैं, वो धुला हुआ है या नहीं। बर्तन अच्छी तरह धुला होने के बाद भी अगर पानी में महक आती है, तो समझ जाएं कि पानी दूषित है।
पानी के टेस्ट से जानें
सबसे महत्वपूर्ण जांच तो पानी पीने पर होती है, जिस पानी को हम पी रहे होते हैं। अगर पानी का टेस्ट मचलान जैसी महक मारता है, तो समझ जाएं की पानी खराब है। ऐसा टेस्ट रुके हुए पानी में आता है।
पानी पीने से पहले पानी जांच करना बहुत जरूरी है, नहीं तो दूषित पानी हमें बीमारपी का रास्ता दिखा सकता है। हमेशा पानी को साफ बर्तन में लेकर पीना चाहिए। अगर पानी का रंग अलग दिखे या पीने के दौरान महक आए तो कदापि पानी को न पिएं।
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