Who is Pm of Britain: भारतीय मूल के ऋषि सुनक को हराकर अब ब्रिटेन में प्रधानमंत्री का शासन चालू हो रहा है। ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री का नाम कीर स्टार्मर है।
स्टार्मर की जिंदगी में कभी ऐसे भी दिन आए थे जब उन्हें वेश्यालय की छत पर रहकर पढ़ाई करना पड़ी थी।
कौन हैं ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री: भारतीय मूल के ऋषि सुनक को हराकर बने हैं PM, राजनीति छोड़कर किताबें बेचने का था मन#keirstarmer #UKElection2024 #BritainLabourParty #LabourPartyBritain #RishiSunak @Keir_Starmer
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आज पहली बार कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी को संसद की 650 में से 410 सीटें मिली हैं।
स्टार्मर अब ब्रिटेन के 58वें प्रधानमंत्री बनेंगे। ऐसा माना जाता है कि इनकी पर्सनालिटी पूर्व प्रधानमंत्री सुनक से एकदम उलटी है।
भारतवंशी सुनक जहां खुद को धार्मिक बताते रहे हैं, वहीं स्टार्मर भगवान में यकीन नहीं रखते हैं।
कीर स्टार्मर नहीं है अरबपति
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के पास अरबों रुपए की संपत्ति थी, लेकिन नए प्रधानमंत्री स्टार्मर के पास अरबों रुपए की संपत्ति नहीं हैं और न ही ये अरबपति हैं।
स्टार्मर की जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया था जब वे राजनीति छोड़कर किताब बेचना चाहते थे।
खुद को वर्किंग क्लास से बताते हैं कीर
कीर स्टार्मर का संसदीय क्षेत्र साल 2015 से हॉबर्न और सेंट पैनक्रास रहा है। स्टार्मर हमेशा ख़ुद को वर्किंग क्लास परिवार से बताते हैं।
इनके पिता एक टूलमेकर थे और इनकी माँ एक नर्स के रूप में काम किया करती थी। स्टार्मर की माँ को स्टिल्स रोग था जो एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी होती है।
स्थानीय परिषद भरता था स्कूल की फीस
कीर स्टार्मर ने अपने स्कूल की पढ़ाई रीगेट ग्रामर स्कूल से की है। उनके एडमिशन लेने के दो साल बाद ये एक निजी स्कूल में बदल गया था।
16 साल की उम्र तक उनकी स्कूल की फीस स्थानीय परिषद भरा करता था। स्कूल के बाद यूनिवर्सिटी जाने वाले वह अपने परिवार के पहले बच्चे थे।
इन्होंने लीड्स यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया इसके बाद इन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में क़ानून की पढ़ाई की है।
राजनीति में कब आए
सबसे पहले यह 2015 में उत्तरी लंदन में हॉबर्न और सेंट पैनक्रास से सांसद बने थे। उन्होंने पूर्व लेबर नेता जर्मी कॉर्बिन की फ्रंटबेंच टीम में उनके ब्रेग्ज़िट सचिव के रूप में काम किया जहाँ उन्होंने दूसरे ब्रेग्ज़िट चुनाव पर विचार किए जाने की बात कही थी।
साल 2019 के आम चुनाव में पार्टी की भारी हार के बाद कीर स्टार्मर ने लेबर नेता पद का चुनाव लड़ा और 2020 में पार्टी के नेता बने। जीत के बाद अपने भाषण में उन्होंने कहा था कि वो लेबर को “विश्वास और आशा के साथ एक नए युग में ले जाएंगे।” ये बयान उस समय लोगों को काफी पसंद आया था।
स्टार्मर ने किए थे चुनावी वादे
स्वास्थ्य सेवा: ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा एनएचएस में मरीज़ों के लिए वेटिंग लिस्ट कम करना।
हर सप्ताह एनएचएस को 40,000 से अधिक नियुक्तियाँ मिलेंगी। इसकी फंडिंग टैक्स की चोरी से निपट कर और टैक्स ‘खामियों’ को ख़त्म करके किया जाएगा।
अवैध प्रवासी: बॉर्डर सिक्योरिटी कमांड लॉन्च किए जाएंगे ताकि छोटी और ख़तरनाक नावों से मानव तस्करी पर लगाम लगाई जाए।
आवास: 15 लाख नए घर बनाए जाएंगे और पहली बार घर ख़रीदने वालों को “पहला अधिकार” देने की योजना शुरू करेंगे।
शिक्षा: 6500 शिक्षकों की भर्ती होगी और इसका खर्च निजी स्कूलों को जो टैक्स ब्रेक मिल रहा है उसे रोक कर किया जाएगा।
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