हाइलाइट्स
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विधानसभा में चौथे दिन भी उठा नर्सिंग घोटाले का मुद्दा
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नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पूछे सवाल
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कैलाश विजयवर्गीय बोले सदन चुन्नू-मुन्नू के हिसाब से नहीं चलेगा
MP Monsoon Session 2024: मध्य प्रदेश के नर्सिंग घोटाले को लेकर विधानसभा में चौथे दिन भी हंगामा हुआ। इसी मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सदन में कुछ ऐसा कहा कि मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने जवाब में ये तक बोल दिया कि सदन चून्नू-मून्नू के हिसाब से नहीं चलेगा।
ये है पूरा मामला
4 जुलाई, गुरुवार को दोपहर 12 बजे जैसे ही प्रश्नकाल खत्म हुआ, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मंत्री विश्वास सारंग के विरुद्ध लाए गए विशेषाधिकार हनन का मुद्दा उठा दिया। इस विषय पर चर्चा की मांग की। सिंघार के प्वाइंट आफ आर्डर उठाते ही संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्वाइंट आफ आर्डर उठाया। हंगामें के बीच विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विशेषाधिकार हनन के दो प्रस्ताव आए हैं। जिनके निरीक्षण के बाद यदि नियमानुसार होगा तो वे कार्रवाई करेंगे।
ऐसे ही चून्नू-मून्नू की एंट्री
इसके सब के बाद भी नेता प्रतिपक्ष विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। जिसके बाद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अध्यक्ष की व्यवस्था पर व्यवस्था का सवाल नहीं उठाया जा सकता। ये सदन नियमानुसार चलेगा, न कि चून्नू-मून्नू के हिसाब से सदन चलेगा।
नेता प्रतिपक्ष बोले कि क्या हम भी राजा बोलें
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बोला कि चून्नू-मून्नू ये क्या शब्दावली है। इसे विलोपित किया जाए। क्या हम भी राजा जैसे शब्द बोलना शुरु कर दें। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने सिंघार से कहा कि आप ये बताइये कि आखिर चून्नू-मून्नू शब्द से दिक्कत क्या है।
सारंग के खिलाफ क्यों लाए विशेषाधिकार हनन
विपक्ष का ये आरोप है कि नर्सिंग घोटाला उस समय हुआ जब विभागीय मंत्री विश्वास सारंग थे और यही कारण है कि कांग्रेस सड़क से सदन तक लगातार सारंग के इस्तीफे की मांग कर रही है। विश्वास सारंग विशेषाधिकार हनन ने अपना पक्ष रखा। कांग्रेस का आरोप है कि सहकारिता मंत्री और तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने 2 जुलाई को विधानसभा में नर्सिंग कॉलेज घोटाले पर चर्चा के दौरान अपने बचाव में सदन को गलत जानकारी दी।
विश्वास ने कहा— कांग्रेस खीझ मिटाने गुमराह कर रही
एक दिन पहले विश्वास सारंग ये कह चुके हैं कि कांग्रेस के आरोपों की पोल खुल गई है। सदन में ध्यानाकर्षण पर लगभग 4 घंटे तक चली बहस के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है। कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में जाते-जाते 20 मार्च 2020 को भी नर्सिंग कॉलेज को मान्यता देने और इसकी जानकारी इंडियन नर्सिंग काउंसिल को देने के खुलासे हुए हैं। कांग्रेस खीझ मिटाने गुमराह कर रही है।
विधायक जयवर्धन सिंह ने उठाए सवाल
कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने विधानसभा में नर्सिंग घोटाले से जुड़े 3 कागज के सेट दिखाए. उन्होंने कहा जिन कॉलेज के घोटाले निकल कर सामने आ रहे हैं। उन्हें तत्कालीन मंत्री विश्वास सारंग के समय मान्यता दी गई थी. अब उन कॉलेजों के मालिक जेल में हैं।