UK Election 2024: ब्रिटेन में चार जुलाई को प्रधानमंत्री पद (UK Election 2024) के चुनाव होने है। इस बार प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की हार का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, यूगॉव के सर्वे के मुताबिक सुनक की सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी को इस बार भारतीय मतदाताओं का समर्थन मिलता दिखाई नहीं दे रहा है। बता दें कि इस बार 65 प्रतिशत भारतीय वोटर ऋषि सुनक को वोट देने के मूड में नहीं हैं।
बता दें कि ब्रिटेन में करीबन 25 लाख भारतीय रहते हैं, जो मतदान में हिस्सा लेते हैं। ब्रिटेन में रहने वाले भारतीयों ने कहा कि ऋषि सुनक (UK Election 2024) करीबन डेढ़ साल से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हैं इस दौरान उन्होंने भारतीयों के पक्ष में कोई भी बड़ा कदम नहीं उठाया है।
साथ ही पहले वीजा मिलना आसान होता था, लेकिन अब उन्होंने नियमों में पहले से अधिक सख्ती कर दी है। साथ ही सुनक ने प्रधानमंत्री कार्यकाल ने महंगाई और रोजगार जैसे अहम मुद्दों पर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
बता दें कि सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के रणनीतिकारों का मानना था कि सुनक के भारतवंशी होने के कारण यहां पर रहने वाले भारतीयों का झुकाव उनकी पार्टी की ओर होगा। आपको बता दें कि, सुनक ने इस बार आउटरीच के कई प्रयास किए थे, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाए हैं।
भारतीय वोटर की ब्रिटेन में निर्णायक भूमिका
ब्रिटेन के चुनाव (UK Election 2024) में भारतीय वोटर्स की भूमिका काफी अहम मानी जाती है। 650 सीटों में से करीब पचास सीटों पर भारतवंशी मतदाता हार या जीत में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इनमें से 15 सीटों पर भारतीय मूल के उम्मीदवार ही पिछले दो चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।
ये 15 सीटें जैसे लेस्टर, बर्मिंघम, कॉन्वेंट्री, साउथ हॉल और हैरॉस में है। हालांकि, वर्तमान में इन सीटों पर इस बार सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी से भारतीय मतदाता नाराज हैं। इन सीटों पर विपक्षी लेबर पार्टी के उम्मीदवार को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। अभी यहां पर 15 सीटों में से 12 सीटें कंजर्वेटिव पार्टी के पास हैं।
83000 भारतीयों को मिली ब्रिटेन की नागरिकता
पिछले पांच साल में 83 हजार 468 भारतीयों ने भारत (UK Election 2024) की नागरिकता को छोड़कर ब्रिटेन की सिटीजनशिप ली है। यूरोप के किसी भी देश में ये सर्वाधिक है। इससे पहले 2022 तक गोल्डन वीजा स्कीम के तहत 254 भारतीय धनकुबेरों ने ब्रिटेन की नागरिकता ली थी।
बता दें कि पिछले पांच साल के भीतर 83 हजार 468 भारतीयों को ब्रिटन की नागरिकता मिली है। यूरोप के किसी भी देश में ये सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 2022 तक गोल्डन वीजा स्कीम के तहत 254 भारतीय धन कुबेरों को ब्रिटेन की नागरिकता मिली थी। हालांकि, अब सोचने वाली बात यह है कि क्या ऋषि सुनक को ब्रिटेन में रहने वाले मतदाना अपना कीमती वोट देते हैं या फिर उनकी हार में भारतीय मतदाता अहम भूमिका निभाते हैं।
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