NEET UG Paper Leak 2024: NEET पेपर लीक मामले के एक बड़ा अपडेट सामने आया है।
NEET पेपर लीक की जांच कर रही CBI की टीम ने आज हजारीबाग से एक पत्रकार को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिर्पोट की मानें तो इस मामले में पत्रकार की भूमिका का अभी कोई खुलासा नहीं हुआ है।
CBI की टीम का कहना है कि पूछताछ के बाद नई जानकारी हाथ लग सकती है। इस गिरफ्तारी से पहले हजारीबाग में स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ एहसान-उल-हक और सेंटर सुप्रिटेंडेट इम्तियाज को भी CBI ने अरेस्ट किया है।
CBI ने की 5वीं गिरफ्तारी
नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई की यह 5वीं गिरफ्तारी है। इससे पहले CBI ने ओएसिस स्कूल हजारीबाग के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम, मनीष और आशुतोश को गिरफ्तार किया था। मीडिया रिर्पोट की मानें तो पत्रकार जलालुद्दीन, जो कथित तौर पर डॉ. हक और आलम की मदद कर रहा था।
प्रिंसिपल की कॉल डिटेल्स से पत्रकार तक पहुंची थी CBI
मीडिया रिर्पोट की मानें तो पत्रकार और प्रिंसिपल के बीच नीट परीक्षा और पेपर लीक के दौरान लगातार बातचीत होती रही है।
एहसान उल हक के कॉल डिटेल्स के आधार पर पत्रकार को CBI ने पूछताछ के लिए बुलाया था। CBI ने नीट पेपर लीक मामले की जांच अपने हाथ में लेने के बाद तेजी से एक्शन लिया है।
ऐसे हुआ पेपर लीक
सीबीआई ने आरोपी मनीष प्रकाश को पूछताछ के लिए बुलाया था। उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, आशुतोष मनीष का दोस्त था, जो कि पेपर लीक मामले में दूसरी गिरफ्तारी है।
बता दें कि मनीष प्रकाश ने अपने दोस्त आशुतोष से कहकर लर्न एंड प्ले स्कूल को कैंडिडेंट्स के लिए बुक कराया था। दरअसल, पटना के खेमनी चक में लर्न एंड प्ले स्कूल में नीट का जला हुअ प्रश्न पत्र मिला था।
इस दौरान स्कूल से मिले जले हुए पेपर (NEET UG Paper Leak) के सीरियल नंबर के आधार पर पता चला था कि ये पेपर हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के परीक्षा केंद्र से लीक हुआ था।
मनीष ने 25 कैंडिडेट्स को रटवाया एग्जाम
बताया जा रहा है कि मनीष प्रकाश ने यहां पर करीब 25 कैंडिडेंट्स को रुकवाया था, जिन्होंने नीट पेपर प्रश्न पत्र और आंसर शीट रटकर एग्जाम दिया।
मनीष प्रकाश नालंदा का रहने वाला है और उसकी फैमिली पटना के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के संदलपुर इलाके में रहती है।
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