Holiday Cancel: देश की राजधानी में आज सुबह झामा-झम बारिश हुई जिस वजह से कई इलाकों में पानी भरा गया है. बारिश इस कदर थी कि दिल्ली की कई सड़कें जलमग्न हो गई. जिसके बाद दिल्ली के एलजी की अध्यक्षता में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई.
इस मीटिंग में हुए निर्णय से राजधानी के सरकारी अफसरों को झटका लग सकता है. दरअसल इस इमरजेंसी मीटिंग में एलजी सक्सेना ने छुट्टी पर गए वरिष्ठ सरकारी अधिकारीयों की अगले 2 महीने छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं.
उन्होंने कहा है कि अगले 2 महीनों तक छुट्टी मानाने की जरूरत नहीं है.
दिल्ली (एनसीआर) में 28 जून 2024 की सुबह कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और साथ ही अत्यंत भारी वर्षा दर्ज की गईI#DelhiRains #rains #Panauti #delhirain #weatherupdate #delhirainalert #delhirainfall #DelhiNCR #heavyrainfall@moesgoi @DDNewslive @ndmaindia @airnewsalerts pic.twitter.com/1sIcLeVQld
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 28, 2024
दिल्ली झामा-झम बारिश से हुई जलमग्न
आपको बात दें राजधानी में आमतौर पर मानसून की एंट्री 30 जून तक होती है. लेकिन भारी बारिश के साथ दिल्ली में 28 जून को ही मानसून ने एंट्री ले ली है. जानकरी के मुताबिक जून के महीने में सफदरगंज में पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है.
मौसम विभाग की मानें तो 28 जून 1936 में लगभग 235.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. जिसके बाद आज यानि 28 जून 2024 में सफदरजंग में 228.1 मिमी हुई है. यह बारिश का अबतक का सबसे बड़ा आकंडा है. जानकारी के अनुसार ये अभी शुरुआत की बारिश है दिल्ली में अभी और बारिश देखने को मिल सकती है.
क्यों हुई छुट्टियां कैंसिल
शुक्रवार को राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में जोरदार बारिश से पानी भर गया है. हाल यह है कि दिल्ली की कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं. एलजी वीके सक्सेना ने भारी बारिश के बाद स्तिथि का जायजा लिया. साथ ही जलभराव से होने वाली समस्या को सुलझाने के लिए सरकारी अधिकारीयों से कंट्रोल रूम बनाने और स्टेटिक पंप के निर्देश दिए हैं.
एलजी वीके सक्सेना ने इमरजेंसी मीटिंग में आधिकारियों से कहा कि स्तिथि को देखते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारीयों की छुट्टियां कैंसिल की जाती हैं. साथ ही उन्हें जल्द से जल्द ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दिए हैं.
क्यों हुई ऐसी स्तिथि
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एलजी ने दिल्ली में तैयारियों और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम में कमी बताई है. उन्होंने कहा कि नालों से गाद निकालने का काम अधूरा है, बाड़ नियंत्रण आदेश जारी नहीं हुआ है.
इस मीटिंग में वरिष्ठ अधिकारीयों को अगले हफ्ते इमरजेंसी लेवल पर नालों से गाद, इमरजेंसी कंट्रोल रूम बनाने और इन कंट्रोल रूम में अधिकारीयों को चौबीस घंटे मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं. एलजी ने कहा कि सड़कों से पानी निकालने के लिए स्टेटिक पंप और फील्ड स्टाफ तैनात रहना चाहिए.