WHO Alert On Youth Health: कोरोना महामारी ने हमारे सामने कई सवाल खड़े किए। इस महामारी के बाद लोग अपनी हेल्थ को लेकर पहले से सजग हुए हैं।
हालांकि विश्व स्वास्थ संगठन की एक नई रिपोर्ट ने 180 करोड़ व्यस्कों पर गंभीर बीमारी का खतरा (ADULTS AT RISK OF DISEASE) बताते हुए चेतावनी जारी (WHO Warned) की है।
क्या है वो रिपोर्ट, क्यों है खतरा और कैसे हो सकता है बचाव…आइये आपको सिलसिलेवार बताते हैं।
रिपोर्ट में 2022 तक के डेटा को किया शामिल
अध्ययन WHO के शोधकर्ताओं द्वारा अकादमिक सहयोगियों के साथ मिलकर किया गया था और द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुआ था।
अध्ययन में वर्ष 2010 से 2022 के बीच जानकारी को शामिल किया गया और उस आधार पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।
12 साल में 5 फीसदी तक बढ़ी शारीरिक निष्क्रियता
नए डेटा से पता चला है कि दुनिया भर में लगभग एक तिहाई (31%) वयस्क, करीब 180 करोड़ (1.8 बिलियन) लोग, 2022 में शारीरिक गतिविधि के रिकमेडेशन लेवल (WHO Alert On Youth Health) को पूरा नहीं कर पाए।
निष्कर्ष वयस्कों में शारीरिक निष्क्रियता की चिंताजनक प्रवृत्ति की ओर इशारा करते हैं, जो 2010 और 2022 के बीच लगभग 5 प्रतिशत अंकों तक बढ़ गई है।
इन बीमारियों का खतरा
शारीरिक निष्क्रियता वयस्कों को हृदय संबंधी बीमारियों जैसे दिल के दौरे और स्ट्रोक, टाइप 2 मधुमेह, मनोभ्रंश और स्तन और बृहदान्त्र जैसे कैंसर के अधिक जोखिम (WHO Alert On Youth Health) में डालती है।
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि यदि यह प्रवृत्ति जारी रहती है, तो निष्क्रियता के स्तर 2030 तक 35% तक बढ़ने का अनुमान है। इससे व्यस्कों में खतरा और अधिक बढ़ जाएगा।
व्यस्कों के लिए हर दिन इतने मिनट एक्सरसाइज जरुरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सिफारिश है कि वयस्कों को प्रति सप्ताह 150 मिनट मध्यम-तीव्रता या 75 मिनट तीव्र-तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि या समकक्ष करनी चाहिए।
यानी यदि हम हर दिन की बात करें तो व्यस्कों को 21 से 22 मिनट मध्यम-तीव्रता या 10 से 11 मिनट तीव्र-तीव्रता वाली एक्सरसाइज (WHO Alert On Youth Health) करना चाहिए।
इसके लिए WHO ने पैदल चलना या साइकिल चलाने जैसी एक्सरसाइज की अनुशंसा की है।
ये है चिंता का विषय
शारीरिक निष्क्रियता की उच्चतम दरें उच्च आय वाले एशिया प्रशांत क्षेत्र (48%) और दक्षिण एशिया (45%) में देखी गईं, जबकि अन्य क्षेत्रों में निष्क्रियता का स्तर उच्च आय वाले पश्चिमी देशों में 28% से लेकर ओशिनिया में 14% तक है।
चिंता की बात यह है कि लिंग और आयु के बीच असमानताएं (WHO Alert On Youth Health) बनी हुई हैं।
डब्ल्यूएचओ की चेतावनी: 180 करोड़ वयस्कों को गंभीर बीमारी का खतरा, ये है कारण, ऐसे करें बचाव @WHO @MoHFW_INDIA @healthminmp#WHO #WorldHealthOrganization #Health #excercise#healthawareness
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) June 26, 2024
शारीरिक निष्क्रियता अभी भी पुरुषों की तुलना में वैश्विक स्तर पर महिलाओं में अधिक आम है, निष्क्रियता दर 29% की तुलना में 34% है। कुछ देशों में, यह अंतर 20 प्रतिशत अंकों जितना है।
डब्ल्यूएचओ ने ये कहा
डब्ल्यूएचओ की शारीरिक गतिविधि इकाई की प्रमुख डॉ. फियोना बुल ने कहा, “शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा देना व्यक्तिगत जीवनशैली पसंद को बढ़ावा देने से कहीं बढ़कर है।
इसके लिए पूरे समाज के दृष्टिकोण की आवश्यकता होगी और ऐसे वातावरण का निर्माण करना होगा जो सभी के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि के कई स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त करने के लिए उनके द्वारा पसंद किए जाने वाले तरीकों से अधिक सक्रिय होना आसान और सुरक्षित बनाए।”