Chattisgarhi Salga Vada Kadhi: छत्तीसगढ़ आपने पारंपरिक भोजन के लिए प्रसिद्ध है. इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ में सरसों के तेल और चावल की महक है. वैसे तो अपने बूंदी, बेसन के पकोड़े की कढ़ी खाई होगी.
लेकिन छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य हैं जहां भिंडी, कद्दू, शकरकंद, अरबी और उड़द दाल से बने पकोड़े की कढ़ी खायी जाती है. छत्तीसगढ़ में ख़ास तौर पर सलगा वड़ा की कढ़ी खाई जाती है. आज हम आपको इस सलगा वड़ा कढ़ी की आसान रेसिपी बनाना बताएंगे.
क्या चाहिए
वड़ा के लिए:
उड़द दाल: 1 कप (रातभर भीगी हुई), अदरक: 1 इंच का टुकड़ा, हरी मिर्च: 2-3, नमक: स्वादानुसार, तेल: तलने के लिए
कढ़ी के लिए:
दही: 2 कप (खट्टा), बेसन: 1/2 कप, पानी: 4 कप,हल्दी पाउडर: 1/2 चम्मच, लाल मिर्च पाउडर: 1/2 चम्मच, नमक: स्वादानुसार, हींग: 1 चुटकी, सरसों के दाने: 1/2 चम्मच, जीरा: 1/2 चम्मच
करी पत्ते: 8-10 पत्ते, हरी मिर्च: 2 (चिरा हुआ), तेल: 2 टेबलस्पून
कैसे बनाएं
वड़ा बनाने की विधि:
उड़द दाल को अच्छे से धोकर रातभर पानी में भिगो दें। भीगी हुई दाल को अदरक और हरी मिर्च के साथ पीसकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इस पेस्ट में नमक मिलाएं और अच्छे से फेंटें ताकि यह हल्का और फूला हुआ हो जाए।
कढ़ाई में तेल गरम करें। जब तेल गरम हो जाए, तो वड़े के आकार में पेस्ट को तेल में डालें और सुनहरा भूरा होने तक तल लें। वड़ों को निकालकर अतिरिक्त तेल को सोखने के लिए पेपर टॉवेल पर रखें।
कढ़ी बनाने की विधि:
एक बड़े बर्तन में दही और बेसन को मिलाकर अच्छी तरह फेंटें ताकि गुठलियाँ न रहें।, इसमें पानी, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, और नमक डालकर मिलाएं। एक कढ़ाई में तेल गरम करें। इसमें सरसों के दाने और जीरा डालें। जब यह चटकने लगे, तो हींग, करी पत्ते, और हरी मिर्च डालें।
इस तड़के को दही-बेसन के मिश्रण में डालें और उबाल लें। जब कढ़ी में उबाल आ जाए, तो आंच धीमी कर दें और इसे 15-20 मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें। बीच-बीच में हिलाते रहें। तलें हुए वड़ों को कढ़ी में डालें और 10-15 मिनट तक और पकाएं ताकि वड़े कढ़ी के साथ अच्छी तरह सोख लें।
परोसने की विधि: गरमा-गरम सलगा वड़ा कढ़ी को चावल या रोटी के साथ परोसें। इसे धनिया पत्तों से सजाएं और आनंद लें।