July Vivah Muhurat 2024: बीते दो महीने से बंद विवाह मूहूर्त के बाद यदि आप भी अगले महीने जुलाई में शादी की लग्न का इंतजार कर रहे है तो आपके लिए बड़ी खशखबरी है। दरअसल बीते दो महीनों से थमी शहनाई की गूंज एक बार फिर सुनाई देगी।
दरअसल शुक्र (Shukra Uday) और गुरु (Guru Uday) के उदय होने के कारण एक बार फिर शादियां शुरू हो जाएंगीं। जुलाई में विवाह लग्न (July Vivah Lagn) आएंगी। इस दौरान कई शुभ मुहूर्त आपको मिलेंगे।
इसलिए नहीं हुई थीं शादियां
ज्योतिषीय गणना के अनुसार बीते दो माह से अस्त चल रहे शुक्र (Shukra) और गुरु (Guru) के चलते शादियां नहीं हुई थी। लेकिन अब दोनों ही ग्रह उदित हो चुके हैं। जिसके बाद एक बाद फिर शहनाई बजेगी।
इस दिन अस्त हुए थे शुक्र अस्त
आपको बता दें ज्योतिषाचार्य पंडित शास्त्री के अनुसार विवाह लग्न के लिए शुक्र और गुरु दोनों ग्रहों का उदित होना जरूरी होता है, लेकिन शुक्र 28 अप्रैल को अस्त हो गए थे तो वहीं 28 जून तक शुक्र उदित (Shukra Asta 2024) हो जाएंगे।
इस दिन अस्त हुए थे गुरु
शुक्र ही तरह गुरु भी बीते महीने 6 मई को गुरु भी अस्त हो गए थे। 33 दिन बाद देवगुरु वृहस्पति (Guru Asta 2024) 3 मई को उदित हो चुके हैं।
चातुर्मास में नहीं होंगे विवाह
चातुर्मास में किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं होते हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार अप्रैल के बाद चातुर्मास (Chaturmass 2024) लग जाने के कारण विवाह मुहूर्त नहीं है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन और भादौं के महीने में और अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवबंर में शादियां नहीं होंगी। इसके बाद देव उठनी एकादशी (Dev Uthni Ekadashi 2024) पर एक बार फिर शादियां शुरु होंगी।
देवउठनी एकादशी पर शुरु होंगे विवाह
आपको बता दें जुलाई में शादी के मात्र 4 विवाह मुहूर्त (Vivah Muhurat in July 2024) हैं। अगर आप इन दिनों में विवाह करने से चूके तो सीधे देवउठनी एकादशी (Dev Uthni Ekadashi 2024) पर शादियां कर पाएंगे। इस साल देव उठनी एकादशी 17 नवंबर को आएगी।
देव शयन क्या होता है
देव शयन का अर्थ है (Kya Hota Hais Dev Shayan) भगवान विष्णु के सोने का समय। यानी चातुर्मास के चार महीनों में भगवान सो जाते हैं। इसलिए इस समय को चौमासा भी कहते हैं। कहा जाता है कि भगवान इन 4 महीनों में पाताल लोक में बलि के द्वार पर विश्राम करते हैं।
कब से कब तक होता है चातुर्मास
हिन्दू पंचांग के अनुसार चातुर्मास का समय (Chaturmass 2024 Date and Time) आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी से प्रारंभ होकर कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तक का है। भगवान विष्णु कार्तिक (Kartik Mass 2024) शुक्ल पक्ष की एकादशी को क्षीरसागर लौटते हैं। जिसके साथ चातुर्मास की समाप्ति हो जाती है।
आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी (Dev Shyani Ekadashi 2024) और कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव उठनी एकादशी भी कहते हैं। इस समय के अंतराल में विवाह आदि शुभ कार्यों के मुहूर्त पूरी तरह से बंद रहते हैं।
जुलाई में विवाह के इतने मुहूर्त
9, 11, 12, 15
नोट: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।
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