Shivraj Singh Chauhan: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पदभार संभाल लिया है। वे लगातार 4 दिनों से सुबह से लेकर देर रात तक मंत्रालय में रुक रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि वे सारी चीजों का गहराई से अध्ययन कर रहे हैं।
‘किसानों की सेवा भगवान की पूजा जैसी’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम सब जानते हैं 4 जून को जो परिणाम आए हैं वे अद्भुत और अभूतपूर्व हैं। देशवासियों ने फिर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, NDA और भारतीय जनता पार्टी में विश्वास जताया है। मैं प्रधानमंत्री जी का आभारी हूं कि उन्होंने कृषि जैसे महत्वपूर्ण विभाग का दायित्व हमें दिया है। विकसित भारत का संकल्प पूरा करने के लिए कृषि सबसे महत्वपूर्ण विभाग है। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। आज भी रोजगार के सबसे ज्यादा अवसर कृषि के माध्यम से ही सृजित होते हैं और किसान देश के अन्न भंडार भर रहा है। कृषि और किसानों की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा जैसा है।
‘गहराई से अध्ययन कर रहा हूं’
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कार्यभार संभालते ही लगातार चार दिन मैं कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय में ही सुबह से लेकर देर रात तक रहा हूं और सारी चीजों का गहराई से अध्ययन कर रहा हूं। प्रधानमंत्री जी ने जो 100 दिन की कार्ययोजना बनाने का दायित्व हर विभाग को सौंपा था, हमने उस कार्ययोजना की समीक्षा की है और उसको जल्दी हम जारी करेंगे। हम सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दो कार्यकाल में कृषि और किसान ही उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में रहे हैं, किसानों के कल्याण के लिए अनेक कदम उन्होंने उठाए हैं। मुझे इस बात की भी प्रसन्नता है कि प्रधानमंत्री जी ने शपथ ग्रहण के बाद सबसे पहले हस्ताक्षर किसान सम्मान निधि की फाइल पर किए।
18 जून को आएगी किसान सम्मान निधि की राशि
कृषि मंत्री शिवराज ने बताया कि पीएम का पहला कार्यक्रम बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आयोजित हो रहा है। वे सिंगल क्लिक के माध्यम से किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि डालेंगे।
कृषि सखी योजना
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रधानमंत्री जी का संकल्प है लखपति दीदी जिसमें अभी 1 करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं। अभी हमें 2 करोड़ दीदी और बनानी है। उसी का एक आयाम है कृषि सखी। किसानों की सहायता के लिए हमने कई बहनों को प्रशिक्षित करके तैयार किया है ताकि वो अलग-अलग कामों में किसानों और खेती को सहयोग कर सकें। अभी तक लगभग 30 हजार कृषि सखियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। कृषि सखियों में अधिकांश सेल्फ हेल्प ग्रुप की बहनें हैं, जो हर काम को बहुत गंभीरता से करती हैं। कार्यक्रम में 5 बहनों को प्रतीकात्मक रूप से प्रमाण पत्र दिए जाएंगे, लेकिन 30 हजार बहनों को अलग-अलग जगह इस प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। इसके बाद वे सखियां अलग-अलग रूप से काम करके सालभर में 60 से 80 हजार रुपए अतिरिक्त कमा सकेंगी।
12 राज्यों में कृषि सखी कार्यक्रम
कृषि मंत्री शिवराज ने बताया कि कृषि सखी कार्यक्रम अभी 12 राज्यों में हमने शुरू किया है। गुजरात, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उड़ीसा, झारखण्ड, आंध्रप्रदेश और मेघालय में शुरू किया है। कृषि में महिलाओं में महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय ने एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं। अब दोनों मिलकर इस कार्यक्रम को चलाएंगे।
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किसानों को सस्ती दर पर मिल रहा खाद
प्रधानमंत्री फसल योजना के जरिए 4 करोड़ से ज्यादा किसानों को आर्थिक सुरक्षा की गारंटी मिली हुई है। कृषि मंत्री शिवराज ने खुशी जताते हुए कहा कि वैश्विक कीमतों में उछाल के बावजूद भी 11 लाख करोड़ की सब्सिडी देकर किसानों को सस्ती दरों पर खाद उपलब्ध कराई जा रही है।