हाइलाइट्स
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सीजीपीएससी घोटाले की जांच शुरू
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सीबीआई ने जब्त किए दस्तावेज
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कई अफसरों पर एफआईआर दर्ज हैं
Chhattisgarh PSC Scam: छत्तीसगढ़ के पीएससी घोटाले की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। सीबीआई ने जांच (CBI Investigation) के दौरान अहम दस्तावेज एकत्रित किए हैं।
इन दस्तावेजों की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। इसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी। वहीं इसी केस में पूर्व चेयरमैन और पूर्व सचिव के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है।
Raipur CGPSC घोटाले मामले में CBI जांच शुरू, आयोग से CBI ने जप्त किए दस्तावेज#CGNews #raipur #CBI #CGPSC #chhattisgarh pic.twitter.com/YvdUTEuExJ
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) June 14, 2024
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के कार्यकाल में हुए पीएससी घोटाला (Chhattisgarh PSC Scam) मामले की जांच राज्य की बीजेपी सरकार ने सीबीआई को सौंप दी है।
सीबीआई ने जांच भी शुरू कर दी है। सीजीपीएससी घोटाला में सीबीआई (CBI Investigation) ने चयनित कैंडिडेट्स की आंसर शीट जब्त की है। इसके साथ ही अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।
फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे दस्तावेज
सीबीआई ने CGPSC घोटाले (Chhattisgarh PSC Scam) की जांच करते हुए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग से कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं।
इनमें उन चयनित कैंडिडेट्स की आंसर शीट भी है, जिन पर गलत तरीके से चयन किए जाने का आरोप है। इसके साथ ही जिस पैनल ने इंटरव्यू लिया था, उन पैनल के डॉक्यूमेंट्स भी सीबीआई ने जब्त किए हैं।
इन सभी दस्तावेजों की फॉरेंसकि जांच कराई जाएगी। दस्तावेजों को जांच के लिए भेज दिया गया है। इसके बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल की होगी जांच
सीबीआई छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (Chhattisgarh Lokseva Aayog ) के अधिकारियों के मोबाइल की भी जांच करेगी।
इसके साथ ही इन मोबाइल में चेट्स समेत अन्य जांच (Chhattisgarh PSC Scam) की जाएगी। इसके साथ ही जो कैंडिडेट्स विवादित हैं, उनके मोबाइल की भी जांच सीबीआई करेगी। बता दें कि राज्य सरकार के सीबीआई को जांच सौंपने के बाद यह पहला एक्शन है।
पूर्व चेयरमैन, सचिव पर एफआईआर
सीबीआई ने पीएससी घोटाले (Chhattisgarh PSC Scam) की जांच करते हुए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी और पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक समेत आयोग के अन्य अफसरों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है।
15 फरवरी को बालोद के एक अभ्यर्थी ने अर्जुंदा थाने में लिखित में शिकायत की गई थी। कैंडिडेट्स 2021 में PSC की परीक्षा में हिस्सा लिया था।
उम्मीदवार ने अपनी शिकायत में जानकारी दी कि वह प्रिलिम्स और मेंस पास होने के बाद इंटरव्यू भी दिया था। उसका इंटरव्यू भी अच्छा रहा, लेकिन चयन नहीं हुआ।
कैंडिडेट्स का आरोप है कि कुछ लोग इंटरव्यू से तुरंत बाहर निकले, उनका चयन हुआ है।
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विज्ञापन 2021 में हुआ था जारी
CGPSC का 19 अलग-अलग विभागों के 210 पदों की भर्ती के लिए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (Chhattisgarh Lokseva Aayog ) के द्वारा 2021 में भर्ती विज्ञापन जारी किया गया था।
2022 में आयोग ने इसकी परीक्षा प्रक्रिया को पूरा किया था। 210 पदों में आयोग ने 625 कैंडिडेट्स को इंटरव्यू के लिए चयनित कर साक्षात्कार लिया था।
इंटरव्यू के बाद आयोग ने अंतरिम सूची जारी की, इसके बाद कैंडिडेट्स ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
यह मुद्दा विधानसभा चुनाव 2023 में भी उठा और बीजेपी ने इसे खूब भुनाया और अपने वादे के अनुसार सीबीआई को इस मामले की जांच सौंप दी।