हाइलाइट्स
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तत्कालीन कलेक्टर-एसपी ने बरती लापरवाही
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सीएम ने देर रात जारी किया सस्पेंड का आदेश
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शिकायत के बाद भी नहीं लिया गया था एक्शन
Baloda Bazar Violence Update: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुई हिंसा को रोकने में नाकाम कलेक्टर और एसपी को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सस्पेंड कर दिया है।
इसके आदेश गुरुवार देर रात जारी किए गए हैं। बता दें कि हिंसा के बाद दोनों को बलौदाबाजार से हटा दिया गया था।
CG News: Baloda Bazar हिंसा मामले में CM सख्त, तत्कालीन कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को किया सस्पेंड@vishnudsai#CGNews #chhattisgarh #ChhattisgarhNews #balodabazar #BREAKING #BreakingNews pic.twitter.com/Jq66PlRqWC
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) June 14, 2024
राज्य सरकार ने देर रात जो आदेश जारी किया है, उसमें बलौदाबाजार (Baloda Bazar Violence Update) के तत्काली कलेक्टर केएल चौहान और तत्कालीन एसपी सदानंद कुमार को निलंबित करने का आदेश जारी किया है।
निलंबिन की कार्रवाई हिंसा के दौरान शिकायत एक्शन नहीं लिए जाने पर की गई है। आदेश में बताया गया है कि सतनामी समाज के द्वारा जैतखाम को क्षति पहुंचाने की शिकायत करने के बाद उचित कार्रवाई नहीं की गई।
इस पर सीएम विष्णुदेव साय सरकार के द्वारा निलंबन का आदेश जारी किया गया है।
हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे जांच
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुई हिंसा मामले में गुरुवार देर रात सीएम विष्णुदेव साय ने तत्कालीन कलेक्टर और एसपी को निलंबित कर दिया है।
वहीं राज्य सरकार ने जैतखाम क्षतिग्रस्त होने की घटना की जांच को लेकर हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस सीबी बाजपेयी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।
एकल सदस्यीय जांच टीम 6 बिंदुओं पर जांच करेगी और अगले तीन महीने में रिपोर्ट सौंपेगी।
बलौदाबाजार पहुंचे कांग्रेसी
आज पूर्व सीएम भूपेश बघेल, चरणदास महंत, दीपक बैज सहित कई कांग्रेसी नेता बलौदाबाजार पहुंचे हैं। यहां जांच के बाद पार्टी को रिपोर्ट देंगे।
इससे पहले दोपहर में कांग्रेस की 7 सदस्यीय जांच टीम घटना स्थल पर पहुंची और जांच की। इस दौरान टीम के संयोजक और पूर्व मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने बताया कि जैतखाम को क्षतिग्रस्त किया गया था, तब FIR भी नहीं हुई।
इस घटना पर नहीं हुआ एक्शन
जानकारी के अनुसार 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को असामाजिक तत्वों द्वारा क्षति पहुंचाई गई थी।
इस घटना की शिकायत (Baloda Bazar Violence Update) और समाज के लोगों द्वारा प्रदर्शन के बाद पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
इसके बाद लोगों का आरोप है कि जिन लोगों को पुलिस ने पकड़ा है वह असली आरोपी नहीं है। सतनामी समाज के लोगों का यह भी आरोप है कि पुलिस के द्वारा असली दोषियों को बचाया जा रहा है।
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10 जून को प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा
9 जून को सतनामी समाज के द्वारा जैतखाम को क्षतिगस्त करने वाले दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन के लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी।
अनुमति के बाद 10 जून को समाज के लोगों के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था। इसी दौरान भीड़ उग्र हो गई और इसने हिंसा (Baloda Bazar Violence Update) का रूप ले लिया।
इससे पूरा बलौदाबाजार में हिंसा (Baloda Bazar Violence Update) भड़क गई। उग्र भीड़ ने कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय में तोड़फोड़ की। सैकड़ों वाहनों में आग लगा दी गई, वहीं कलेक्टोरेट भवन को भी आग के हवाले कर दिया।
इससे यहां रखा करीब 120 साल पुराना राजस्व रिकॉर्ड जलकर खाक हो गया।