MP Nursing College Scam: मध्यप्रदेश नर्सिंग कॉलेज मामले में एक के बाद एक कई बड़े खुलासे होते जा रहे हैं। मामले में एक और बड़ा खुलासा सामने आया है। आपको बता दें कि प्रदेश के 13 कॉलेज (MP Nursing College Scam) में नर्सिंग काउंसिल मार्कशीट भेजी गई थी। जब ये मार्कशीट पते पर पहुंची तो इन्हें लेने वाला कोई जिम्मदार अधिकारी ही नहीं मिला। जबकि इनमें से ज्यादातर कॉलेज सूटेबल लिस्ट में शामिल हैं।
इन कॉलेजों में नहीं मिला कोई अधिकारी
– एस.आर. नर्सिंग कॉलेज, होशंगाबाद, इटारसी
– स्वामी विवेकानन्द स्कूल ऑफ नर्सिंग, पन्ना
– व्यावसायिक विज्ञान के लिए विश्वास प्रशिक्षण संस्थान, मुरैना
– स्टार कॉलेज ऑफ नर्सिंग गोवर्धन कॉलोनी भिंड रोड, ग्वालियर
– समर्थ साई इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग ए बी रोड, ग्वालियर
– अमलतास इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंसेज, देवास
– रितु कॉलेज ऑफ नर्सिंग परासिया रोड, छिंदवाड़ा
– रब नर्सिंग कॉलेज ग्राम चैनपुरा पोस्ट क्राहल, श्योपुर
– संजीवनी कॉलेज ऑफ नर्सिंग बावन गजा रोड, बड़वानी
– क्लार्कसन इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग ग्राम धनेली, चितौरा रोड, बड़ा गांव
– डबरा नर्सिंग स्कूल रसीदपुर रोड ग्राम बेजरा, बड़ागांव ग्वालियर
– साईं बाबा स्कूल ऑफ नर्सिंग नवाब सिंग कॉलोनी रेलवे ट्रैक के पास हरि शंकर पुरम लश्कर,ग्वालियर
– आरबीएम कॉलेज ऑफ नर्सिंग रतनघर माता मंदिर रोड ग्राम चरोखरा रतनघर माता मंदिर रोड, दतिया
सैकड़ों मार्कशीट आईं वापस
NSUI मेडिकल विंग के रवि परमार के मुताबिक G.N.M फर्स्ट ईयर की मार्कशीट नर्सिंग काउंसिल द्वारा स्पीड पोस्ट से भेजी गई थीं, लेकिन प्रदेश के 13 कॉलेजों (MP Nursing College Scam) में कोई जिम्मेदार अधिकारी ही नहीं मिले।
अधिकारियों के न मिलने पर सैकड़ों मार्कशीटें रजिस्ट्रेशन काउंसिल भोपाल वापस आ गई हैं। वहीं नर्सिंग काउंसिल की तरफ से कॉलेज के जिम्मेदारों को निर्देश दिए हैं, कहा है कि जल्द से जल्द भोपाल आकर मार्कशीट कलेक्ट करें।
खड़े हो रहे कई तरह के सवाल
वहीं मार्कशीट कलेक्ट नहीं करने के बाद कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं। क्या नर्सिंग कॉलेज सिर्फ कागजों में ही संचालित हो रहा है? ऐसा इसलिए क्योंकि नर्सिंग काउंसिल में लिखे कॉलेज के पते पर कोई जिम्मेदार अधिकारी ही नहीं मिला है।
इसके मार्कशीट वापस भोपाल आ गई हैं। क्या CBI जांच के डर से नर्सिंग कालेजों (MP Nursing College Scam) ने अपने पते बदल दिए हैं, जिसकी जानकारी नर्सिंग काउंसिल को भी नहीं दी गई।
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