हाइलाइट्स
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भाजियों को खानपान में शामिल करें
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असंतुलित भोजन से 200 बीमारियां
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माइक्रोग्रीन पोषण से होते हैं भरपूर
रिपोर्ट: अमन पांडेय, बिलासपुर
CG Famous Food Update: छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है, जहां प्राकृति ने सबकुद दिया है। बस जरूरत है तो प्राकृति से मिलने वाले स्रोतों को पहचानने की।
प्रकृति द्वारा दिए गए उपहार की। खनिज संसाधनों से भरपूर छत्तीसगढ़ में मौसमी भाजी भी भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इतना ही नहीं यह बाजार में भी आसानी से उपलब्ध हो जाती है।
इन मौसमी छत्तीसगढ़ की भाजियों से आप सेहतमंद भी रह सकते हैं। सबसे बड़ी बात इन भाजियों (Chhattisgarhi dishes) के सेवन से आज हृदय रोग, शुगर, मोटापा जैसी गंभीर बीमारियों से भी बच सकते हैं।
इतना ही नहीं इन भाजियों के लगातार सेवन से महिलाओं में अधिकतर होने वाली खून की कमी भी बिना खर्च किए पूरी की जा सकती है।
हम आज 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस (Food Safety Day 2024) मना रहे हैं। इसमें हमारे खान-पान और खाद्य पदार्थों के उपयोग को लेकर पूरी जानकारी देंगे।
इसको लेकर बिलासपुर में कुछ डायटीशियन शोध भी कर रहे हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि हमारे शरीर में मोटापा, शुगर, महिलाओं में खून की कमी, हृदय संबंधी, पाचन संबंधी बीमारी समेत लगभग 200 बीमारी की सबसे बड़ी जो वजह सामने आई है, उसमें हमारा खानपान है।
हमारे भोजन में पोषण की कमी होती है। ऐसे में भोजन को पोषक आहार में बदलने के लिए हम माइक्रोग्रीन को बढ़ावा देकर स्ववस्थ रह सकते हैं।
प्रोटीन से भरपूर छत्तीसगढ़ी भाजी
बिलासपुर के लाइफ केयर हॉस्पिटल क्लीनिकल डाइटीशियन अनिता पटेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ के खानपान में भाजी एक अभिन्न हिस्सा है।
छत्तीसगढ़ के लोगों में भाजी एक प्रिय व्यंजन भी है। छत्तीसगढ़ में भाजियों की भरमार है। यहां 36 तरह की भाजियां प्रचलित हैं। जिन्हें लोग चाव से खाते हैं।
छत्तीसगढ़ी भाजियों (Chhattisgarhi dishes) में विटामिन, प्रोटीन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और कैल्सियम जैसे कई तरह के गुण पाए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की लाभकारी भाजियों में प्रमुख रूप से लालभाजी, चौलाई भाजी, बर्रे भाजी, चेंच भाजी, रोपा भाजी, करमता भाजी, बोहार भाजी, पालक भाजी आदि सबसे ज्यादा प्रचलित हैं।
जिनका सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हर तरह से फायदेमंद होता है।
रोज 16 लाख लोग हो रहे बीमार
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार एक दिन में करीब 16 लाख से ज्यादा लोग असुरक्षित और बिना पोषण वाला आहार लेकर बीमार (CG Famous Food Update) पड़ रहे हैं।
इसके साथ ही एक दिन में 5 साल से कम उम्र के 340 बच्चों की मौत का कारण खाद्य जनित बीमारियां हैं। बीमारियों से छुटकारा पाने हमें अपने भोजन में पोषक तत्वों को बढ़ाना होगा।
सबसे कारगार बोहार भाजी
छत्तीसगढ़िया भाजियों (CG Famous Food Update) में सबसे महत्वपूर्ण भाजी कोई है तो वह है बोहार भाजी। यह भाजी कम मात्रा में ही मिलती है, लेकिन इसके गुण और स्वाद लाजवाब हैं।
बोहार भाजी के फूल, फल, कली और पत्तियों से सब्जी बनाई जाती है। इतना ही नहीं फल (Chhattisgarhi dishes) से अचार, पके फल से एक चिपचिपा द्रव्य निकलता है, जिससे औषधी भी बनती है।
बोहार भाजी में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होता है। यह पाचन तंत्र में सुधार, कफ तथा दर्द को दूर करती है और शरीर को ठंडक देती है।
इसकी छाल के उपयोग से खुजली के इलाज के लिए करते हैं तथा कृमि को खत्म करने में भी यह सहायक मानी जाती है।
40 गुना अधिक होते हैं पोषक तत्व
डाइटीशियन के द्वारा जानकारी दी गई कि माइक्रोग्रीन (CG Famous Food Update) विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर रहते हैं।
बता दें कि ये भाजी (CG Famous Food Update) की सबसे सूक्ष्म अवस्था होती है, यह शुरुआती समय में जमीन से निकलने वाली अवस्था में होती है।
जिनमें प्रचूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। शोध के अनुसार, माइक्रोग्रीन (Chhattisgarhi dishes) में वयस्क पौधों की तुलना में 40 गुना अधिक पोषक तत्व होता है। यह फ्री रेडिकल्स से लड़ने में हमारी मदद करते हैं।
इनके सेवन से हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है। बता दें कि कम कैलोरी और उच्च पोषक तत्वों की मात्रा के कारण माइक्रोग्रीन वजन घटाने में भी सहायक माना जाता है।
कलथी भाजी से पथरी दूर
छत्तीसगढ़ (CG Famous Food Update) के कृषि वैज्ञानिकों ने कई भाजियों पर शोध किया है। शोध में इन भाजियों के कई लाभ भी बताए हैं।
शोध में यह बात सामने आई है कि कुलथी भाजी (Chhattisgarhi dishes) से पथरी की बीमारी आसानी से दूर हो सकती है। दूसरी ओर मास्टर भाजी और चरोटा में सर्वाधिक फाइबर पाया जाता है, जो पेट की बीमारियां दूर कर देता है।
इसके अलावा लाखड़ी भाजी (Chhattisgarhi Bhaji) पेट को साफ करने के लिए काफी फायदेमंद है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. जीडी साहू के अनुसार गांव में आज भी करीब 36 प्रकार की भाजियां खाई जाती हैं। जिनमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं।
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छत्तीसगढ़ की ये हैं 36 प्रचलित भाजी
पालक, चौलाई, मैथी, मूली भाजी, (CG Famous Food Update) खेड़ा, चरोटा, प्याज भाजी, सरसों भाजी, भथुआ, चुनचुनिया, (Chhattisgarhi Bhaji) गोभी भाजी, चना भाजी, कुम्हड़ा भाजी, चना, लाखड़ी, कुसमी, मास्टर, अमारी, पटवा, लाल भाजी, कांदा भाजी, करमत्ता, आलू भाजी, कांठ गोभी भाजी, मूनगा भाजी, तिनपनिया, लाखड़ी, कूलथी, खोटनी भाजी, जरी भाजी, केनी, उरीद भाजी, अमुर्री भाजी, झुरगा भाजी, चनौटी, पहुना हैं।