पीएम मोदी की साधाना: प्रधानमंत्री ने लगभग 45 घंटे की साधना पूरी हो गयी है. कन्याकुमारी के प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में गुरुवार शाम से प्रधानमंत्री मोदी ने साधना की शुरुआत की थी. पीएम ने लगभग तीन दिनों तक शनिवार को तीसरे और अंतिम दिन ‘सूर्य अर्घ्य’ देने के बाद साधना पूर्ण कर ली है.
उन्होंने इस दौरान सूर्य देवता को भी जल अर्पित करके जाप की. साथ ही स्वामी विवेकानंद पर पुष्पांजलि भी अर्पित की. प्रधानमंत्री ने इस 45 घंटे की साधना के जरिए देश भर को अध्यात्म और आत्म शांति की महत्वता बताई है.
इसी तरह आप भी योग साधना यानि मैडिटेशन से अपने शरीर के साथ साथ मन को स्वस्थ रख सकते हैं.
क्या होता है ध्यान
ध्यान एक मानसिक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति अपनी मानसिक और शारीरिक स्थिति को संतुलित और शांति में रखने का प्रयास करता है। यह एक प्रकार की मानसिक एकाग्रता और आत्म-चिंतन है।
जिसमें व्यक्ति अपने मन को वर्तमान क्षण में केंद्रित करता है। ध्यान का उद्देश्य मानसिक शांति, स्पष्टता और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारना होता है।
बहुत लाभदायक है ध्यान
मानसिक शांति और तनाव मुक्ति: ध्यान के माध्यम से व्यक्ति अपने मन को शांत कर सकता है और तनाव को कम कर सकता है। नियमित ध्यान से मन की उथल-पुथल कम होती है और आंतरिक शांति का अनुभव होता है।
स्मरण शक्ति और ध्यान क्षमता में वृद्धि: ध्यान का अभ्यास करने से व्यक्ति की स्मरण शक्ति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार होता है। इससे व्यक्ति अधिक कुशल और उत्पादक बनता है।
शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार: ध्यान से शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। यह उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने, हृदय गति को संतुलित करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है।
भावनात्मक स्थिरता: ध्यान के नियमित अभ्यास से व्यक्ति भावनात्मक रूप से अधिक स्थिर और संतुलित होता है। यह गुस्सा, चिंता और अवसाद जैसी भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद करता है।
सकारात्मक दृष्टिकोण का विकास: ध्यान से व्यक्ति का दृष्टिकोण अधिक सकारात्मक और उत्साही बनता है। इससे जीवन के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव आता है और व्यक्ति अधिक खुशहाल रहता है।
आत्मज्ञान और आत्म-विकास: ध्यान आत्मज्ञान की दिशा में एक महत्वपूर्ण साधन है। इसके माध्यम से व्यक्ति अपने आंतरिक स्वरूप को समझता है और आत्म-विकास की ओर अग्रसर होता है।
नींद की गुणवत्ता में सुधार: ध्यान से नींद की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। यह अनिद्रा और अन्य नींद संबंधी समस्याओं को कम करने में सहायक होता है, जिससे व्यक्ति तरोताजा महसूस करता है।
कैसे होता है ध्यान
ध्यान एक प्राचीन और प्रभावी तकनीक है जो मानसिक शांति और आत्म-साक्षात्कार प्राप्त करने में मदद करती है। ध्यान करने के लिए सबसे पहले एक शांत और आरामदायक स्थान चुनें जहाँ आपको कोई बाधा न हो।
आरामदायक मुद्रा में बैठें, जैसे कि पद्मासन या सुखासन, और अपनी रीढ़ को सीधा रखें। आँखें बंद करें और अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। धीरे-धीरे और गहराई से सांस लें, और सांस छोड़ते समय अपने शरीर को आराम दें।
अपने मन को वर्तमान क्षण में लाने का प्रयास करें, और यदि आपके विचार भटकते हैं, तो धीरे-से उन्हें वापस अपनी सांसों पर लाएं। आप ध्यान के दौरान एक मंत्र या सकारात्मक वाक्यांश का भी उपयोग कर सकते हैं, जिसे बार-बार दोहराते रहें।
नियमित अभ्यास से ध्यान आपके मानसिक तनाव को कम करता है, ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ाता है, और आत्म-साक्षात्कार की ओर अग्रसर करता है।
PM मोदी ने क्यों की साधना
शस्त्रों की मानें तो ध्यान एक उद्देश्य को पूरा करने के लिए किया जाता है. जिस तरह गांधी जी स्वतंत्र भारत के लिए अनशन करते थे. इसी तरह ध्यान भी है. ध्यान करते हुए आप में ब्रह्मांडीय शक्ति के साथ उद्येश्य के लिए एकाग्रता की जाती है.
जब हम ब्रह्मांडीय शक्ति से कुछ इच्छा पूरी करवाना चाहते हैं तो ध्यान का सहारा लेते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने भी किसी उद्देश्य के माध्यम से ही ध्यान किया होगा.