Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए नेताओं पर सियासी रार थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का बयान के बाद प्रदेश की सियासत में बयानबाजी का दौर शुरु हो चुका है. पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू ने कहा है कि कांग्रेस छोड़कर जाने वाले खिलौने बन गए हैं. बीजेपी में उनकी कोई पूछपरख नहीं है.
विधानसभा चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के हालात कुछ अच्छे नहीं हैं. लगातार नेता पार्टी का साथ छोड़कर बीजेपी में जा रहे हैं. जिसको लेकर कांग्रेस की तरफ से कुछ अलग ही भाषा में बयान आ रहे हैं. पहले शिव डहरिया ने पुराने कांग्रेसियों को बीजेपी का चुनावी मटेरियल बताया है. तो पीसीसी चीफ दीपक बैज ने इन नेताओं को डिस्पोजल तक कह दिया.
ये कांग्रेसी नहीं हैं ये इलेक्शन मटेरियल: डहरिया
शिव डहरिया ने कहा कि ये कांग्रेसी नहीं हैं ये इलेक्शन मटेरियल हैं. जो अपनी पार्टी के नहीं हुए वो दूसरी पार्टी के क्या हो पाएंगे. चुनाव के बाद इनकी अनिवार्यता खत्म हो जाएगी. इनमें से अधिकांश लोग फिर से कांग्रेस ज्वाइन करना चाहेंगे.
ये नेता डिस्पोजल ही रहेंगे: पीसीसी चीफ
वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि बीजेपी ने इन नेताओं का उपयोग कर लिया है. वो भारतीय जनता पार्टी के लिए एक डिस्पोजल की तरह रहेंगे. कांग्रेस में कम से कम एक फ्रंट नेता के तौर पर रहते थे. बीजेपी में जाने के बाद ये डिस्पोजल ही रहेंगे.
बीजेपी में सबका सम्मान: ओपी चौधरी
बीजेपी में जाने से पहले कांग्रेस के लिए जान लुटा रहे ये नेता अब पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. तो कांग्रेस भी बयानों के बम फेंक रही है. जिस पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि जो पहले से हैं और जो अभी आए हैं बीजेपी में सबका सम्मान है.
छत्तीसगढ़ में सरकार जाने के बाद से कांग्रेस का कुनबा लगातार कम हो रहा है. जिसको लेकर बयानबाजी का दौर भी जारी है. कांग्रेस के दिग्गज अपने पुराने साथियों को मटेरियल, डिस्पोजल और खिलौने जैसे नाम दे रहे हैं. अब देखने वाली बात ये होगी कि बीजेपी के खिलौने चुनावी लड़ाई में खिलाड़ी बनकर क्या खेल दिखाते हैं.
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