हाइलाइट्स
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मल्टी-स्टेकहोल्डर हीटवेव मैनेजमेंट कार्यशाला का आयोजन
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जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की अपील की
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हीट स्ट्रोक के दौरान क्या करें, यह भी बताया
Workshop on Heatwave: केरल को छोड़ दे, तो पूरे देश में भीषण गर्मी का दौर जारी है।
दिल्ली, यूपी, राजस्थान और मध्यप्रदेश सहित अधिकतर राज्यों में पारा 44 डिग्री के पार पहुंच गया है।
इसी बीच भोपाल में कई सरकारी विभागों और एनजीओ ने मिलकर मल्टी- स्टेकहोल्डर हीटवेव मैनेजमेंट कार्यशाला का आयोजन किया।
इसमें भारतीय मौसम विभाग के विशेष ने बताया कि हीटवेव का दौर मई महीने के अंत तक जारी रहेगा। कुछ जानकारों ने हीटवेव से बचने के उपाय भी बताए।
वर्कशाप (Workshop on Heatwave) का आयोजन आपदा प्रबंधन संस्थान (DMI) ने यूनिसेफ और मप्र के इंटर- एजेंसी ग्रुप के सहयोग से किया।
‘हीटवेव के बारे में जागरुकता फैलाने पर दिया जोर’
प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) के अतिरिक्त महानिदेशक प्रशांत पाथरबे ने भारत सरकार के प्रयासों, हीटवेव के दौरान क्या करें और क्या न करें
और पीआईबी भोपाल के प्रयासों के बारे में (Workshop on Heatwave) संबोधित किया।
यूनिसेफ के संचार विशेषज्ञ और डीआरआर फोकल प्वाइंट अनिल गुलाटी ने राज्य के प्रयासों का समर्थन करने और हीटवेव स्थितियों में क्या करें
और क्या न करें के बारे में जागरूकता फैलाने की योजना बनाने के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने विशेष रूप से कमजोर लोगों तक जानकारी और समर्थन पहुंचाने की आवश्यकता के बारे में भी बताया।
मई अंत तक जारी रहेगी हीटवेव- डॉ. सुरेंद्रन
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की वैज्ञानिक डॉ. दिव्या सुरेंद्रन ने वर्तमान हीटवेव परिदृश्य और मध्य प्रदेश के लिए पूर्वानुमानों पर एक प्रस्तुति साझा (Workshop on Heatwave) की।
उन्होंने आने वाले दिनों के लिए राज्य का हीट इंडेक्स और मानचित्र साझा किए,
जिससे यह संकेत मिला कि मई के अंत तक हीटवेव जारी रहेगी और जानकारी फैलाने के लिए सहयोग की आवश्यकता है।
यूनसेफ के डॉ. प्रशांत ने हीट स्ट्रोक के बारे में बताया
यूनिसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत कुमार ने हीटवेव (Workshop on Heatwave) के स्वास्थ्य प्रभावों और हीट स्ट्रोक के दौरान क्या करना चाहिए,
इस पर सलाह दी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, मध्य प्रदेश सरकार के उप निदेशक डॉ. राजेश सिसोदिया ने हीटवेव से होने वाली बीमारियों
और उनकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की पहल के बारे में बताया।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रयासों की जानकारी शेयर की
एसडीएमए के उप निदेशक सौरभ कुमार ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रयासों, हीटवेव, ओलावृष्टि, बिजली गिरने और एसडीएमए
द्वारा जारी रेडियो अपीलों के बारे में जानकारी शेयर (Workshop on Heatwave) की। इस मौके पर एसडीआरएफ के प्रतिनिधि और इंटर-एजेंसी ग्रुप के एनजीओ भी उपस्थित थे।
कार्यशाला की जानकारी के प्रसार का कमिटमेंट
वर्कशॉप का समापन चर्चा, प्रमुख कार्य योजना विचार-विमर्श और सभी से कार्यशाला में मिली जानकारी को फैलाने की प्रतिबद्धता (Commitment) के साथ हुआ।
यह सहयोगात्मक प्रयास हीटवेव के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने और मध्य प्रदेश में सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कई हितधारकों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
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इन विभागों के प्रतिनिधियों ने लिया भाग
इस कार्यशाला (Workshop on Heatwave) में स्वास्थ्य विभाग, एसडीआरएफ, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB)
और भारतीय मौसम विभाग (IMD) जैसे विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इसके अलावा, रिलायंस फाउंडेशन, आकाशवाणी, एफएचआई, एमएचएसएसएस, पीएचडीसीसीआई, सीएचएआई, नर्मदा समग्र, एसएनएचसी, ओएसिस,
समर्थन, यूएन वीमेन, एविडेंस एक्शन, सेतु-द ब्रिज, फॅमिली हेल्थ इंडिया, कार्ड, नुट्रिशन इंटरनेशनल, ऐवीटास्क आदि जैसे विभिन्न स्टेकहोल्डर्स की भी भागीदारी रही।
वर्कशॉप का संचालन आपदा प्रबंधन संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ. जॉर्ज वी. जोसेफ ने किया।