हाइलाइट्स
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प्रीमियम दुकानों पर मिलेगी कैशलेस शराब
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सफल होने पर सभी दुकानों पर होगी लागू
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शराब को बढ़ावा देने पर सियासत हुई तेज
रिपोर्ट: गौरव शुक्ला
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की बीजेपी की सरकार ने अब शराब दुकानों में डिजिटल ट्रांजेक्शन की शुरूआत करने का निर्णय लिया है।
इसकी शुरुआत सबसे पहले प्रीमियम शराब दुकानों से की जाएगी। यह कार्य डिजिटल को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। इसको लेकर डिप्टी सीएम अरुण साव (Chhattisgarh News) ने बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी की नीति को शराब डिजिटल ट्रांजेक्शन (Liquor Digital Transaction) से जोड़ा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के द्वारा डिजिटल को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी पहल पर हमारी सरकार भी चल रही है।
हमारी सरकार ने तय किया कि लोगों को शराब खरीदने में ओवर रेटिंग की दिक्कत न हो। कहीं उनसे निर्धारित रेट से ज्यादा वसूल न किया जाए।
इसके लिए सबसे पहले प्रीमियम दुकानों से डिजिटल ट्रांजेक्शन (Liquor Digital Transaction) की शुरुआत की जा रही है। यह योजना सफल हुई तो इसे आगे बढ़ाएंगे।
डिप्टी सीएम के बयान के बाद छत्तीसगढ़ में सियासत शुरु हो गई है। डिजिटल ट्रांजेक्शन पर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है।
सही कीमत पर मिले शराब: साव
डिप्टी सीएम अरुण साव (Chhattisgarh News) ने डिजिटल ट्रांजेक्शन (Liquor Digital Transaction) को लेकर शुरू हुई राजनीति को लेकर कहा कि हमारे देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन की दिशा में भारत सरकार लगातार काम कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इस दिशा में अगे बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ में अभी प्रीमियम लिकर शॉप से डिजिटल ट्रांजेक्शन की शुरुआत की जा रही है।
यह सफल रहा तो इस योजना को आगे बढ़ाया जाएगा। डिजिटल ट्रांजेक्शन से पारदर्शिता बनी रहती है। डिजिटल की शुरुआत करने का उद्देश्य लोगों को सही कीमत पर शराब मिले, किसी तरह की कोई धांधली न हो। इस आधार पर शुरुआत की गई है।
इसलिए उठाया ये कदम
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) में शराब का नाम सुनते ही राजनीतिक खुमार चढ़ जाता है। शराब दुकानों को कैशलेस करने की पहल भी हुई तो शराबबंदी को लेकर बयानबाज़ी शुरू हो गई है।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) में शराब, सियासत और बवाल का रिश्ता पुराना है। सत्ता में चाहे कोई भी पार्टी हो, शराबबंदी को लेकर विपक्ष हमेशा मुखर रहता है।
प्रदेश की सियासत में एक बार फिर यही हुआ1 साय सरकार ने शराब दुकानों को कैशलेस (Cashless Liquor Shop) करने की शुरुआत की है। सरकार ने ये कदम लंबे वक्त से मिल रही शराब के ओवररेट की शिकायत को लेकर उठाया है।
कैशलेस की शुरुआत प्रीमियम शराब दुकानों (Premium Liquor Shop) से होगी। अगर कामयाबी मिली तो इसे प्रदेश की सभी दुकानों में लागू किया जाएगा।
कांग्रेस ने कजा तंज
राज्य सरकार (Chhattisgarh News) ने जैसे ही शराब दुकानों को कैशलेस करने की शुरुआत की, छत्तीसगढ़ की सियासत में वही हुआ जिसकी उम्मीद जताई जा रही थी।
कांग्रेस ने सरकार के फैसले पर तंज कसा है। कांग्रेस ने शराबबंदी को लेकर सवालों के तीर दाग दिए। कांग्रेस का कहना है कि जो बीजेपी छह माह पहले तक शराबबंदी की बात कर रही थी, वही सरकार अब शराब को बढ़ावा दे रही है। लोगों के लिए अहातों का निर्माण कराया जा रहा है।
मतलब बेधड़क होकर शराब पीजिए: शुक्ला
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) में शराब दुकानों पर डिजिटल ट्रांजेक्शन को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छह माह पहले हर छोटा बड़ा नेता शराबबंदी की बात कर रहा था।
लेकिन अब वातानुकूलित अहाते बनाए जा रहे हैं, क्यूआर कोड के माध्यम से पैमेंट (Cashless Liquor Shop) की व्यवस्था की गई है। मतलब ये है कि आब बेधड़क होकर शराब पीजिए।
आपके बैठने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को सिर्फ शराब की काली कमाई करना है।
यही नहीं शराब से अवैध उगाई का भी कारोबार शुरू कर दिया है।
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आसान नहीं शराबबंदी
बता दें कि किसी भी राज्य (Chhattisgarh News) में शराबबंदी करना इतना आसान नहीं है। देश के बिहार, गुजरात, मिजोरम, नागालैंड, और लक्षद्वीप में शराब पर प्रतिबंध है, लेकिन चोरी-छिपे शराब बेचने के मामले सामने आते रहते हैं।
बिहार में जहरीली शराब से मौत के कितने ही केस सामने आ चुके हैं। लिहाज़ा, छत्तीसगढ़ में शराबबंदी कब होगी और होगी भी या नहीं..ये कह पाना फिलहाल मुश्किल है, लेकिन सरकार के कैशलेस के फैसले पर सियासत जारी है।