हाइलाइट्स
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जानकारी के अभाव में दलाल बना लेते हैं निशाना
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100 रुपए की जगह 2000 वसूल रहे दलाल
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बसंतीलाल से 1400 और राजाराम से वसूले 850 रुपए
रिपोर्ट- श्रवण मालवीय झाबुआ
Jhabua News: मध्यप्रदेश के झाबुआ में आदिवासी किसानों को ठगने का मामला सामने आया है, जहां गांव में रह रहे आदिवासियों को नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन के आवेदन देने पर 20 की जगह 800 से 2000 रूपए तक भुगतने पड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि तेज गर्मी में आदिवासी अपने जमीनी आवेदनों को लगभग 40 किलोमीटर दूर से तहसील कार्यालय (Jhabua News) पहुंच रहे हैं, उनको ये आस है कि उनकी समस्या का निराकरण आवेदन देने से हो जाएगा। लेकिन यह भोले-भाले आदिवासी अज्ञानतावश दलालों के चक्कर मे पड़ जाते हैं, और लूट का शिकार हो जाते हैं।
दलाल के चक्कर में आकर तय शुदा दुकान (Jhabua News) पर पहुंचकर 20 रुपए के आवेदन और 100 रुपए के चालान के 800 से 2000 रुपए दे रहे हैं। इतना ही नहीं दुकानदार भी इन गरीब आदिवासियों के साथ ठगी करने की कोई कसर नही छोड़ रहे।
तहसील मुख्यालय बड़ी संख्या में पहुंचते है आदिवासी
ये वही गरीब आदिवासी हैं, जो अपना गुजारा महुआ बीनकर और तेंदू पत्ता तोड़कर करते हैं। ये न्याय की आस में विभिन्न प्रकार के आवेदनों को लेकर प्रतिदिन बड़ी संख्या में तहसील कार्यालय पहुंचते हैं, ताकि इनके नामांतरण और बंटवारे के साथ सीमांकन के कार्य हो जाएं, लेकिन जानकारी के अभाव में दलाल इनको अपना निशाना बना लेते हैं।
जानकारी के अभाव में दलाल बना लेते हैं निशाना
इन आवेदनों को लेकर ज्यादातर इस अंचल के ग्रामीण क्षेत्र के आदिवासी वर्ग के लोग पहुंच रहे हैं। मुख्य रूप से आवेदन और उसमें लिखा जाने की जानकारी का अभाव होने के कारण यह वर्ग तहसील और एसडीएम कार्यालय (Jhabua News) के आसपास चक्कर लगाते हैं।
गरीब आदिवासी जब दलालों के जाल में फंस जाते हैं तो दलाल अपने परिचित के पास आवेदन लिखवाने के लिए भेज देता है। आदिवासियों का सिधापन देखकर मनमानी रकम वसूल की जाती है।
लिखने की लागत से ज्यादा होती है वसूली
क्षेत्र के कई ऐसे लोग (Jhabua News) जो आवेदन आदि लिखने का कार्य करते हैं बदले में जिस कार्य के 50 से 100 रुपए लिए जाना चाहिए आवेदन करता से आवेदन लिखने वाले कई गुना राशि 1000 से 2000 वसूलते हैं।
शिकायत के बाद SDM और तहसीलदार ने दिए जांच के निर्देश
मंगलवार के दिन ऐसे ही कुछ मामले तहसील और SDM कार्यालय पहुँचे। जिसकी पड़ताल तहसीलदार एचएस निगवाल द्वारा की गई।
जब तहसीलदार ने आवेदनकर्ताओं से पूछा तो उन्होंने बताया कि 800 से 2000 रुपए देने पड़ते हैं, जब तहसीलदार ने ये बात सुनी तो वे आश्चर्यचकित रह गए।
चार कागज लगे आवेदनों में 100 रुपए के चालान लगे, लेकिन वसूले गए 1400 रुपए।
इसके साथ ही SDM अनिल कुमार राठौर को भी इस संबंध में कई आवेदनकर्ताओं ने शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद SDM ने तहसीलदार को इसकी जांच कर कार्यवाही के लिए कहा। तहसीलदार हुकुमसिंह निगवाल ने पटवारी के साथ टीम बनाकर ऐसे आवेदक लेखक की जांच करने के निर्देश जारी किए हैं।
बसंतीलाल से 1400 और राजाराम से वसूले 850 रुपए
तहसील कार्यालय (Jhabua News) में तहसीलदार के पेश आवेदन लेकर पहुंचे बसंतीलाल कीर से 1400 रुपए तो वहीं राजाराम से भूमि सीमांकन के आवेदन को टाइप करवाने पर 800 रुपए वसूले।
इस पर तहसीलदार और एसडीएम ने गहरी नाराजगी जताई है। एक अन्य आवेदनकर्ता ने एसडीएम अनिल कुमार राठौर से शिकायत की तो तहसीलदार ने लिखने वाले को बुलाकर ज्यादा ली गई राशि आवेदनकर्ता को वापस करवाई।
जगह-जगह लगाई जाएगी आवेदन शुल्क सूची
लोक सेवा और अन्य स्थानों पर अलग-अलग प्रकार के आवेदन के लिए सार्वजनिक आवेदन शुल्क सूची लगाई जाएगी। जिससे (Jhabua News) ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोगों के साथ किसी भी प्रकार की ठगी न हो।
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तहसीदार ने दिए कार्रवाई के निर्देश
तहसीलदार हुकुमसिंह निगवाल के मुताबिक, भोले वाले आदिवासी किसानों से अगर निर्धारित प्रारूप की राशि से ज्यादा अगर कोई राशि वसूलता है, तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
लोकसेवा केंद्र (Jhabua News) में मात्र 100 रुपए लगते हैं, नकल लगाने पर 80 रुपए, यदि टिकट लगाते हैं, तो 10 से 20 रुपए लगते हैं। आवेदक जानकारी लेकर ही निर्धारित शुल्क दें।
ठगी से ऐसे बचें
प्रत्येक आवेदक न्यायालय (Jhabua News) में पूछताछ कार्यालय में किसी भी कर्मचारी से पहले आवेदन करने की सारी जानकारी लें, इसके बाद ही अपना आवेदन फॉर्म भरें।
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