कांग्रेस से बीजेपी में आ रहे नेता एक सी भाषा बोल रहे हैं.कोई सम्मान का राग छेड़ रहा है तो कोई रामधुन गा रहा है.कांग्रेस से बीजेपी में आए राम निवास रावत का सुर भी कुछ ऐसा ही नज़र आया.राम निवास रावत कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर छठी बार विधायक बने हैं.मंत्री भी रहे हैं.पार्टी ने 2019 में उनको मुरैना-श्योपुर सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ाया था.वो लंबे वक्त तक पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे.फिर देने में और सम्मान में कांग्रेस से चूक कहां हुई.बीजेपी को भरोसा है कि कांग्रेस से आए राम ग्वालियर-चंबल और खासकर मुरैना में बीजेपी की राह आसान करेंगे.तभी तो बीजेपी राम निवास रावत को पाकर गदगद है.