Akshay Kanti Bam Join BJP: इंदौर में 28 अप्रैल यानी रविवार रात को कांग्रेस के पक्ष में वोट मांगने वाले अक्षय कांति बम (Akshay Kanti Bam Join BJP) ने 29 अप्रैल सोमवार को अचानक बीजेपी का दामन थाम लिया।
सोमवार सुबह वह कैलाश विजयवर्गीय और रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और नामांकन वापस ले लिया।
बम ने नाम वापस लेकर बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी को वॉकओवर देते हुए उनके संसद में जाने का रास्ता साफ कर दिया। अब सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि एक रात में अचानक ऐसा क्या हुआ की अक्षय कांति बम का कांग्रेस से मोहभंग हो गया।
कैलाश विजयवर्गीय ने ऑपरेशन बम की सियासी पटकथा लिखी
सियासी गलियारों की मानें तो कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने ऑपरेशन बम की सियासी पटकथा लिखी। भोपाल से हरी झंडी मिली और रमेश मेंदोला बम को अपनी कार में बिठाकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए।
इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने नामांकन लिया वापस… pic.twitter.com/VtLpYXveLr
— BJP Madhya Pradesh (@BJP4MP) April 29, 2024
इंदौर की सियासत में जैसे ही इस बड़े उलटफेर की खबर पहुंची तो कांग्रेस शहराध्यक्ष सुरजीत सिंह अक्षय कांति के घर पहुंचे, यहां उन्हें बम तो नहीं मिले लेकिन मगर उन्हें उनके घर के बाहर ताला लटका जरूर मिला।
इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने अपने प्रत्याशी को फोन लगाना शुरू कर दिया, लेकिन बीजेपी के हो चुके अक्षय कांति अब भला क्यों कांग्रेस नेताओं का फोन उठाते।
अक्षय (Akshay Kanti Bam Join BJP) कांति बम ने 1 घंटे के भीतर पहले नामांकन वापस लिया और उसके बाद इंदौर बीजेपी कार्यालय पहुंचकर बीजेपी का दुपट्टा पहन लिया। चलिए अब वो प्रेशर पॉलिटिक्स भी समझ लेते हैं, जिस वजह से इंदौर में ये बड़ा खेला हो गया।
प्रेशर पॉलिटिक्स पड़ी भारी?
सियासी गलियारों की मानें तो अक्षय कांति बम पर कई ऐसे दबाव थे, जिस वजह से उन्हें कांग्रेस छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।
दरअसल खजराना थाने ने हाल ही में 17 साल पुराने एक मामले में उन पर धारा 307 लगाई थी। इसके अलावा इंदौर में उनका खुद का कॉलेज भी है, जहां फैकल्टीज को लेकर अनियमतिताओं की बात सामने आई थी।
इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्री अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी, मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी व प्रदेश अध्यक्ष श्री @vdsharmabjp जी के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है। pic.twitter.com/1isbdLXphb
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) April 29, 2024
जिसके बाद बीजेपी इस पूरे मामले को लेकर भी उन पर शिकंजा कस सकती थी।
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