Rajgarh Lok Sabha Seat: मध्यप्रदेश में दूसरे चरण के मतदान समाप्त हो गए हैं। जिसके बाद अब प्रदेश में तीसरे चरण के मतदान 7 मई को होंगे। एमपी में 7 मई को मुरैना, भिंड, सागर, गुना, विदिशा, भोपाल और राजगढ़ पर मतदान किए जाएंगे।
राजगढ़ (Rajgarh Lok Sabha Seat) को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का गढ़ भी माना जाता है। जिसके बाद कांग्रेस ने इस बार लोकसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी बनाया है।
2019 लोकसभा चुनाव में राजगढ़ से कांग्रेस ने इस सीट पर मोना सुस्तानी को मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें बीजेपी प्रत्याशी रोडमल नागर से 4 लाख 31 हजार वोटों से शिकस्त झेलनी पड़ी थीं। चलिए आज आपको बताते हैं राजगढ़ के बारे में।
कैसा रहा था 2019 का हाल
लोकसभा 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने राजगढ़ (Rajgarh Lok Sabha Seat) से एक बार फिर रोडमल नागर को प्रत्याशी बनाया है, उस समय वहीं उनके सामने कांग्रेस ने मोना सुस्तानी (Mona Sustani) को टिकट दिया था।
मगर तब मोना सुस्तानी को रोडमल नागर ने 4 लाख 31 हजार वोटों के भारी-भरकम अंतर से हरा दिया था। जबकि 2014 में भी यहां से बीजेपी ने रोडमल नागर को ही मैदान पर उतारा था।
जबकि उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी नारायण सिंह आमलाबे मैदान में थे। मगर तब भी रोडमल नागर (Rajgarh Lok Sabha Seat) ने कांग्रेस उम्मीदवार को 2.28 लाख वोटों के अंतर से हरा दिया था।
रोडमल के सामने होंगे दिग्विजय सिंह
इस बार रोडमल नागर का सीधा सामना दिग्विजय सिंह से रहने वाला है। पिछले प्रत्याशियों के मुकाबले इस बार उनको कड़ी टक्कर मिलने वाली है। जिससे राजगढ़ का चुनावी रण और भी रोमांचक होता दिखाई दे रहा है।
"Aashiq Ka Janaaza hai toh Jara dhoom se nikale"
Home minister Shri @AmitShah ji has a message for Digvijay Singh! pic.twitter.com/CqFL9L56ZG
— Zubin Ashara (@zubinashara) April 27, 2024
कांग्रेस को राजगढ़ में पिछले दो लोकसभा चुनाव (Rajgarh Lok Sabha Seat) में शिकस्त मिल चुकी है। दोनों बार रोडमल नागर भारी वोटों से जीते हैं। दो बार हार से सबक लेने के बाद अब दिग्विजय सिंह को राजगढ़ किला फतेह करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
बता दें कि 1984 से 1994 तक दिग्विजय सिंह राजगढ़ से दो बार सांसद रह चुके हैं। इसके बाद वह मध्यप्रदेश के सीएम बन गए थे।
राजगढ़ का वोटर्स आंकड़ा
2011 की जनगणना के मुताबिक राजगढ़ (Rajgarh Lok Sabha Seat) की कुल जनसंख्या 24 करोड़ 89 लाख 435 है। राजगढ़ की 81.9 फीसदी आबादी ग्रामीण इलाके में रहती है, तो वहीं 18.61 फीसदी शहरी क्षेत्र में रहती है।
इस क्षेत्र में गुर्जर, यादव और महाजन वोटर्स की संख्या ज्यादा। यह वोटर्स किसी भी उम्मीदवार की जीत में अहम रोल निभाते हैं।
राजगढ़ में 18.68 फीसदी लोग अनुसूचित जाति के हैं, तो वहीं यहां पर 5.84 फीसदी अनुसूचित जनजाति के लोग हैं।
2014 के चुनाव में इस सीट पर 15 लाख 78 हजार 748 लोग कुल मतदाता थे। जिसमें 8 लाख 27 हजार 001 पुरुष और 7 लाख 51 हजार 747 महिला मतदाता थे।
राजगढ़ में चुनावी रण तैयार
इस सीट पर 7 मई को वोटिंग होनी है, लेकिन उससे पहले ही राजगढ़ की सीट का पारा बढ़ चुका है। हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने रोडमल नागर के लिए यहां पर रैली की थी।
जिसमें उन्होंने दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधा था। अमित शाह ने जनता को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह पर शायराना अंदाज में हमला बोला।
अमित शाह ने कहा कि अब उनको राजनीति से पूरी तरह से विदाई ले लेनी चाहिए, लेकिन मैं आपसे गुजारिश करता हूं कि इस बार जनता उनकी स्थायी विदाई करें। अमित शाह ने इसके बाद कहा आशिक का जनाजा है जरा धूमधान से निकले।
आशिक का जनाजा है, जरा धूम से निकले…Rajgarh में Amit Shah ने ऐसे साधा Diggi पर निशाना | Lok Sabha@AmitShah @BJP4India @INCIndia #LokSabha2024 #LoksabhaElectio2024 #BJP #Congress #AmitShah #digvijaysingh pic.twitter.com/r5IAS5kA3R
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) April 26, 2024
वहीं अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह मेरे से मुझसे इतने प्रभावित हैं कि 15 मिनट के भाषण में 17 बार सिर्फ मेरा नाम लिया।
उन्होंने यह भी कहा कि वह मेरे से इतने प्रभावित हैं कि उनके सपने में भी मैं आता हूं।
इसके अलावा उन्होंने आशिक का जनाजा है जरा धूमधाम से निकले वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका इतना प्रेम है कि वो मेरा जनाजा निकालने की बात कह गए हैं।
33 साल बाद मैदान में दिग्विजय सिंह
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने आखिरी बार आम चुनाव 33 साल पहले लड़ा था। उसके बाद वह एक बार फिर लोकसभा में वापसी करने को तैयार हैं।
#WATCH | Senior Congress leader Digvijaya Singh says, "I am happy that the Congress party directed me to contest from Rajgarh Lok Sabha seat once again. As per that direction, I filed my nomination today."
On his effort to have 400 people file nomination from one seat, he says,… pic.twitter.com/A8LNEEz0AH
— ANI (@ANI) April 16, 2024
राजगढ़ को दिग्विजय सिंह का गढ़ भी माना जाता है। जिसके बाद रोडमल नागर के लिए उन्हें शिकस्त देना इतना आसान नहीं होगा।
हालांकि राजगढ़ की जनता इस बार किसको दिल्ली भेजती है यह तो चुनावी परिणाम आने के बाद ही पता चल पाएगा।
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