Shukra Gochar 2024 Mesh: नवग्रहों की बदलती चाल सभी जातकों पर कुछ न कुछ अच्छा बुरा असर जरूर डालती है। इस महीने यानी अप्रैल में ग्रह गोचर में तीसरे सप्ताह में एक और गोचर होने जा रहा है।
बीते सप्ताह बुध का गोचर (Budh Gochar 2024) हुआ। इसके बाद 13 अप्रैल को मेष में सूर्य का राशि परिवर्तन (Surya Gochar 2024) हुआ।
अगर आपकी भी राशि वृष, मकर, तुला और कन्या है तो आपको 24 अप्रैल से 24 दिन खतरनाक साबित हो सकते हैं। अगले दिनों में बदलनी वाली ग्रहों की चाल आपके लिए अच्छे संकेत नहीं दे रही है।
मेष में शुक्र का गोचर
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार अभी तक मीन राशि में चल रहे शुक्र पांच दिन बाद अपनी राशि बदलने जा रहे हैं। दैत्य गुरु शुक्र 24 अप्रैल को गोचर करेंगे।
अभी तक मीन राशि में चल रहे शुक्र 24 अप्रैल बुधवार को मेष राशि में (Shukra Gochar 2024 Mesh) पहुंच जाएंगे। इसके बाद ये सूर्य के साथ युति (Sukra Surya Yuti 2024) बना लेंगे।
इस दिन होगा वृष राशि में शुक्र का गोचर
हिन्दू पंचांग (Hindu Panchang) और ज्योतिषीय गणना (Jyotishiye Gadna) के अनुसार शुक्र 24 अप्रैल को मेष राशि (Mesh Shukra ka Gochar) में प्रवेश करेंगे। इस राशि में करीब 24 दिन रहने के बाद 18 मई को राशि चक्र की दूसरी राशि वृष में शुक्र गोचर कर जाएंगे।
इस दौरान 12 राशियों में चार राशियों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।
शुक्र के असर से क्या होता है
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को सुख, वैभव का कारक माना जाता है। जब जातक की कुंडली में शुक्र कमजोर (Kamjor Shukra ke Sandet) होता है तो व्यक्ति के सांसारिक जीवन में कमी आती है। उसके जीवन में उतार-चढ़ाव आता है।
कमजोर शुक्र के संकेत (Kamjor Shukra ke Sanket)
1 – हर ग्रह के कमजोर होने पर जीवन में कुछ न कुछ संकेत दिखाई देते हैं। जिससे आप समझ सकते हैं कि वह ग्रह आपकी कुंडली में कमजोर है या अच्छे भाव में है। शुक्र की स्थिति कमजोर होने के संकेत की बात करें तो ये सीधे तौर पर पैसे से रिलेटेड होता है।
2 – यदि आपको जीवन में पैसों की तंगी का सामना करना पड़ रहा है। तो समझ जाइए आपकी कुंडली में शुक कमजोर है। व्यक्ति के जीवन में दरिद्रता कमजोर शुक्र के कारण आती है।
3 – कमजोर शुक्र होने पर व्यक्ति के चेहरे की चमक और आकर्षण भी कम होने लगता है।
4 – जब जातक की कुंडली में शुक्र कमजोर होता है तो व्यक्ति साथ-सफाई से भी नहीं रहता। उसे गंदगी में रहना पसंद होता है।
5 – कुंडली में शुक्र दोष होने से स्त्री का सुख नहीं रहता है और वैवाहिक जीवन में कोई न कोई परेशानी बनी रहती है।
6 – शुक्र दोष या फिर शुक्र की स्थिति कमजोर होने से कामुकता धीरे- धीरे समाप्त होने लगती है।
7 – शारीरिक लक्षणों की बात करें तो शुक्र कमजोर होने पर व्यक्ति को नसों में समस्या होती है। गाल, ठुड्डी में कुछ समस्याएं होती हैं। साथ ही साथ व्यक्ति को स्किन, लीवर, हाथ-पैर में तकलीफ आदि परेशानियां घेरने लगती हैं।
8 – शुक्र कमजोर होने से व्यक्ति शराब, जुआ, धूम्रपान आदि नशीली चीजों का आदि होता है।
शुक्र के उपाय
1 – शुक्रवार को लाल चीजों का दान करने से शुक्र मजबूत होता है।
2 – जातक को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
3 – हमेशा साफ कपड़े पहने, नाखून और बाल की कटिंग समय—समय पर कराते रहें।
4 – शुक्र को मजबूत करने के लिए सफेद चीजों जैसे दूध, दही, पनीर आदि का दान शुक्रवार को करें।
5 – शुक्र की शांति के लिए आप शुक्र के मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं। इसमें शुक्र बीज मंत्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” या ॐ शुं शुक्राय नमः का जाप करने से लाभ होगा।
5 – शुक्र दोष को दूर करने के लिए रुद्राक्ष भी धारण किया जा सकता है। अगर किसी जातक की कुंडली में शुक्र दोष है, तो उसे 6 मुखी या 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ हो सकता है। ध्यान रखें कि रुद्राक्ष धारण करते समय ॐ ह्रीं नमः, ॐ रं मं यं ॐ मंत्र का जाप करना चाहिए।
इस दिन होगा मेष राशि में शुक्र का गोचर
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार अभी तक मीन राशि में चल रहे शुक्र 24 अप्रैल को मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। मेष राशि में शुक करीब 24 दिन तक रहेंगे। इसके बाद 18 मई को एक बार फिर शुक्र का राशि परिवर्तन (Shukra ka Rashi parivartan in Mesh) होगा। जब ये मेष से निकलकर वृष में प्रवेश कर जाएंगे।
शुक्र गोचर किसे किस भाव में रहेगा
ज्योतिषाचार्य पंडित शास्त्री के अनुसार शुक्र का गोचर (Shukra Gochar 2024 Mesh) सभी राशि के जातकों पर असर डालेगा।
जिन जातकों की कुंडली में शुक्र चौथे (4) , आठवें (8) और बारहवें (12) भाव में होगा। उन जातकों को मेष राशि में शुक्र गोचर से सतर्क रहना होगा।
मेष राशि में शुक्र का गोचर (Mesh me Shukra ka Gochar) मकर राशि को चौथा, तुला राशि को आठवां और वृष राशि को बारहवें भाव में रहेगा। यही कारण है कि इन तीन राशि के जातकों को मेष राशि में शुक्र के गोचर से सावधान रहना होगा।
इसके अलावा कन्या शुक्र की नीच राशि (Shukra ki Neech Rashi) है इसलिए इन जातकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।
इनके लिए सामान्य रहेगा शुक्र गोचर का असर
शुक्र गोचर से मकर (Makar Rashi) , तुला (Tula Rashi) , वृष (Vrash Rashi) और कन्या राशि (Kanya Rashi) के जातकों को छोड़कर शेष सभी राशियों के लिए सामान्य असर होगा।
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