Chaitra Navratri 2024 Nariyal ke Niyam: चैत्र महीना शुरू हो गया है। इसी के साथ माता रानी को प्रसन्न करने के लिए भक्त अलग अलग तरीकों से मां दुर्गा की आराधना करेंगे। इस दौरान कलश स्थापना कर मां के नौ रूपों की पूजा की जाएगी।
चैत्र नवरात्रि (Navratri Niyam) के नौ दिन तक हवन अनुष्ठान चलेगा। ऐसे में अगर आप भी मां दुर्गा की कृपा चाहते हैं तो चलिए आज हम आपको बता रहे हैं मां दुर्गा की पूजा में रखे जाने वाले नारियल के बारे में। इस आर्टीकल में आज जानेंगे कि नारियल के नियम क्या हैं, इसे कैसे, कब और कहां रखने से लाभ होगा।
नवरात्रि के बाद कलश नारियल का क्या करें?
नवरात्रि पूजन के बाद कलश के नारियल को किसी योग्य पंडित को देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो इस नारियल को देवी जी के मंदिर में रख देना चाहिए। अगर ऐसा करना भी संभव नहीं है तो घर में ही अलमारी या तिजोरी में लाल कपड़े में बांध कर रख लेना चाहिए।
नवरात्रि का नारियल फोड़ना चाहिए या नहीं
नवरात्रि (Navratri Kalash Niyam) की पूजा के बाद कलश पर रखा नारियल कभी भी फोड़ना नहीं चाहिए। भगवान को चढ़ाने के लिए अलग से नारियल लेकर भोग लगाना चाहिए। इस नारियल को फोड़कर प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। पूजन में उपयोग किए गए नारियल को कभी फोड़ना नहीं चाहिए।
कलश पर रखे नारियल में से पौधा निकलने का क्या मतलब होता है
पंडित सनत कुमार खंपरिया के अनुसार नवरात्रि की पूजा में कलश में रखे नारियल में यदि पौधा निकल जाए (Nariyal ka Plant Nikalne ke Sanket) तो ये बेहद शुभ संकेत माने जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि अगर नारियल में पौधा निकल आए तो इससे व्यक्ति का नया घर बन जाता है। यानी उसका घर बनाने का सपना पूजा हो जाता है।
पौधा निकले नारियल का क्या करना चाहिए
अगर आपने भी नवरात्रि के पूजा में कलश पर नारियल रखा था और इसमें नौ दिन बाद पौधा निकल आया है तो इस नारियल को जमीन में लगवा देना चाहिए। इससे आपके घर में सुख समृद्धि आती है।
कलश पर नारियल का मुंह किधर होना चाहिए?
घर में नवरात्रि में स्थापित किए जाने वाले नारियल के नियम (Nariyal ke Niyam) अलग होते हैं। यदि आप भी घर में कलश स्थापना कर रहे हैं तो इसमें रखे जाने वाले नारियल का मुंह आपकी तरफ होना चाहिए यानी नारियल की जटाएं आपके तरफ होना चाहिए।
नारियल खड़ा रखना चाहिए या लिटाकर?
ज्योतिषाचार्य के अनुसार कलश स्थापना में रखा जाना वाला नारियल हमेशा लिटाकर रखा जाना चाहिए। ये नारियल भगवान के बीचोंबीच स्थापित किया जाना चाहिए।
नारियल के साथ कलश स्थापना के नियम क्या हैं?
हर पूजा में कलश स्थापना के अलग नियम होते हैं। नवरात्रि में घर पर कलश स्थापना करने के लिए सबसे पहले एक तांबे के लोटे में जल भर कर पूजन सामग्री डालकर उस पर नारियल को आड़ा रखें।
नवरात्रि पूजा कलश में क्या-क्या डालना चाहिए?
नवरात्रि के दौरान कलश स्थापना करने के लिए तांबे का लोटा लें। इस पर रक्षा सूत्र बांध कर स्वास्तिक चिन्ह बनाएं। इसके बाद इसमें जल भरकर, चावल, सुपाड़ी, गंगाजल, सिक्का, हल्दी की गांठ, सर्व औषधी, फूल, अक्षत, रोली, पंच पल्व (आम, जामुन, बरिया, वट, पीपल के पत्ते) डालें।
इसके बाद इस पर एक पूर्ण पात्र यानी एक कटोरी रख कर उसमें चावल डालें। फिर इस पात्र पर रक्षासूत्र बंधा नारियल रखें। इसके बाद गंगा, यमुना नदियों का आव्हान करके पूजा प्रारंभ करें।