Panchak April 2024: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आज से पांच नक्षत्रों की युति होने जा रही है। ज्योतिषीय गणना में इन नक्षत्रों की युति अच्छी नहीं मानी जाती है। इसमें किसी गए आपके काम विफल हो सकते हैं।
ऐसा माना जाता है कि इन नक्षत्रों की युति में अगर कोई शुभ होता है तो वह पांच दिन तक होता रहता है तो वहीं अगर कोई अशुभ काम होता है तो वहीं भी लगातार पांच दिन तक होता रहता है। वैसे इन्हें माना पांच दिन का जाता है लेकिन इनकी गणना साढ़े चार दिन की होती है।
कौन से हैं पांच अशुभ नक्षत्र
हिन्दू कैलेंडर (Hindu Panchakg) में ज्योतिषीय गणना में जब पूर्वा भाद्रपद, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद और रेवती समेत ये पांच नक्षत्र (Panchak Nakshatra) एक साथ आ जाते हैं, तो इन नक्षत्रों का एक साथ आना हमारे हिन्दू धर्म में शुभ नहीं माना जाता है। नक्षत्रों की इसी स्थिति को पंचक (Panchak) कहते हैं।
क्यों अशुभ होते हैं इसमें किए काम
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार पांच नक्षत्रों की युति को पंचक (Panchak April 2024) कहा जाता है। ये नक्षत्र अच्छे काम की शुुरुआत खासतौर पर लकड़ी के सामान की खरीदी आदि के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं।
पंचांग में कोई शुभ काम अपने आप हो जाए। जैसे गणेश उत्सव, नवरात्रि (Navrarti 2024) अपने आप आ जाएं तो ये बेहद शुभ माना जाता है। लेकिन अपने आप स्वयं इनमें कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए। इन अशुभ नक्षत्रों के योग को ही पंचक (What is Panchak) कहते हैं।
पंचकों में ये पांच काम होते हैं अपने आप
कहते हैं अगर पंचक में किसी की मृत्यु हो जाए यानी अशुभ समाचार मिले, तो लगातार पांच दिन तक ऐसे ही समाचार मिलते रहते हैं। तो वहीं अगर कहीं शुभ समाचार मिले तो लगातार पांच दिन तक कहीं न कहीं से शुभ फल प्राप्त होता है।
पंचक क्या कहलाते हैं
जब चंद्रमा का गोचर कुंभ और मीन राशि में होता है तो ग्रहों की ये स्थिति और पांच नक्षत्रों का योग पंचक कहलाता है।
पांच प्रकार के होते हैं पंचक
हिन्दू धर्म के अनुसार पंचकों को पांच श्रेणी में बांटा गया है। इसमें राज पंचक, रोग पंचक, चोर पंचक, अग्नि पंचक, मृत्यु पंचक शामिल हैं। इनके दिनों के पड़ने के अनुसार नाम पड़ता है।
आज से अग्नि पंचक शुरु
आपको बता दें अप्रैल में पंचक आज यानी 4 अप्रैल से प्रारंभ हो रहे हैं। जो पांच दिन तक चलेंगे। इनकी समाप्ति चैत्र नवरात्रि के पहले यानी 8 अप्रैल को हो जाएगी।
पंचकों में क्या न करें
ज्योतिष के अनुसार पंचकों में कोई भी शुभ काम (What Dont in Panchak) करना वर्जित है। पंचक में लकड़ी या लकड़ी का सामान घर लाना वर्जित है। इस दौरान चारपाई बुनवाना अच्छा नहीं माना जाता है। पंचकों में दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए। दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी जाताी है। इस दौरान घर को रंगरोगन और पेंट नहीं कराना चाहिए।
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