हाइलाइट्स
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कमलनाथ के करीबी दीपक सक्सेना ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा
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एमपी के 8 हजार कांग्रेसी नेता, कार्यकर्ताओं ने ज्वाइन की बीजेपी
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बीजेपी का लोकसभा चुनाव में छिंदवालाड़ा सीट पर ज्यादा फोकस
Congress Leader Join BJP: लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बीजेपी ने MP में सदस्यता अभियान और तेज कर दिया है।
BJP का फोकस छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर है, जहां से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे वर्तमान सांसद नकुलनाथ कांग्रेस से उम्मीदवार है।
बीजेपी लगातार कमलनाथ के गढ़ (Kamalnath fort) में कांग्रेस को कमजोर कर रही है। छिंदवाड़ा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
क्या BJP का प्लान सही कर रहा काम ?
बीजेपी एमपी की सभी 29 सीटों पर लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी तैयारी कर रही है। सभी लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ ही वरिष्ठ नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाई है।
प्रदेश भाजपा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एमपी में सदस्यता (Congress Leader Join BJP) अभियान कार्यक्रम के जनवरी 2024 से मार्च 2024 तक बीजेपी ने कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को तोड़ा है और बीजेपी की सदस्यता दिलाई है।
कांग्रेस के करीब 8 हजार नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बीजेपी ज्वाइन की है। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व विधायकों समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हैं
छिंदवाड़ा का करेंगे विकास: विजयवर्गीय
कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने छिंदवाड़ा सीट को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हम छिंदवाड़ा 200 परसेंट जीतेंगे।
छिंदवाड़ा का सांसद मोदी जी के साथ जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में छिंदवाड़ा का विकास करेंगे। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा सीट हम 5 लाख वोट से जीतेंगे।
बीजेपी में इतना आत्मविश्वास क्यों ?
आखिर बीजेपी को भरोसा कहां से मिल रहा है। क्या है इस आत्मविश्वास की वजह। इस सवाल का जवाब कमलनाथ के गढ़ (Kamalnath fort) में लगातार लग रही सेंध है, जो बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले लगा रही है।
गंभीर सिंह, सैयद जाफर और अब अजय सक्सेना… एक के बाद कई बड़े नाम नाथ से हाथ छुड़ाकर बीजेपी में जा रहे हैं।
जनता में भारी असंतोष: अजय
अजय सक्सेना ने छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी कार्यशैली से जनता में असंतोष व्याप्त है।
कमलनाथ जी की कार्यशैली अलग थी, वे आज भी पिता तुल्य हैं, उनके बेटे को लेकर कार्यकर्ताओं, जनता में असंतोष है।
दीपक सक्सेना का इस्तीफा, नाथ कमजोर?
अजय सक्सेना का जाना बड़ा झटका भले न हो लेकिन उनके पिता और पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना का कांग्रेस से इस्तीफा (Congress Leader Join BJP) कमलनाथ के लिए व्यक्तिगत और संगठनात्मक क्षति है।
उनके हाथ छुड़ाने से छिंदवाड़ा में कांग्रेस की लड़ाई कमजोर जरूर होगी।
छिंदवाड़ा का हर नागरिक नाथ का परिवार: कांग्रेस
कांग्रेस के संगठन प्रभारी राजीव सिंह का कहना है कि एक-एक मतदाता, एक-एक नागरिक कमलनाथ का परिवार है।
जो लोग कांग्रेस (Congress Leader Join BJP) पार्टी छोड़कर जा रहे हैं वे अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए जा रहे हैं। छिंदवाड़ा की जनता कमलनाथ के साथ है।
लोकसभा चुनाव में जो परिणाम आएंगे, उससे पता चल जाएगा कि इन लोगों के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
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क्या छिंदवाड़ा नाथ के साथ ?
कमलनाथ के गढ़ (Kamalnath fort) में कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। पहले सैयद जाफर का जाना, अब दीपक सक्सेना का पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा (Congress Leader Join BJP) छिंदवाड़ा में कमलनाथ और कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।
अब सवाल ये है कि क्या 24 के संग्राम से पहले नाथ अकेले पड़ रहे हैं। अगर नाथ अकेले पड़ रहे हैं तो क्या हमेशा उनके पीछे खड़े रहने वाला छिंदवाड़ा इस लड़ाई में नाथ का साथ देगा।