हाइलाइट्स
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भारत की जीडीपी में दिसंबर तिमाही में 8.4 फीसदी ग्रोथ
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मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और कंस्ट्रक्शन क्षेत्र का बेहतर प्रदर्शन
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एसबीआई के अनुमान से बेहतर प्रदर्शन किया
India GDP Growth: दुनिया की टॉप 5 इकॉनमी वाले देशों में इन दिनों मंदी का दौरा छाया हुआ. ताजा तिमाही आंकड़ों में जापान, जर्मनी और ब्रिटेन की इकॉनमी में गिरावट देखने को मिली है. इसी बीच आज भारत में आज जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के आंकड़े जारी हुए हैं. भारत की जीडीपी 8.4% की ग्रोथ हुई है. इस ग्रोथ के लिए असली वजह मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में हुई ग्रोथ है. जीडीपी बढ़ने का असर सीधा आम लोगों पर होता है.
अनुमान से बेहतर प्रदर्शन
दिसंबर तिमाही में अनुमान था कि जीडीपी की रफ्तार कम रहेगी. रिजर्व बैंक, एसबीआई रिसर्च और कई एनालिस्ट ने तिमाही के दौरान 7 फीसदी या उससे कम की ग्रोथ रहने का अनुमान लगाया था. लेकिन जीडीपी का प्रदर्शन इन अनुमानों से भी बेहतर रहा है. पिछले साल की इसी तिमाही में ग्रोथ 4.3 फीसदी रही थी.
Robust 8.4 pc GDP growth in Q3 shows strength of Indian economy: PM Modi
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— ANI Digital (@ani_digital) February 29, 2024
जीडीपी बढ़ने और घटने का आम लोगों पर असर
किसी देश की अर्थव्यवस्था (GDP) बढ़ती है तो लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ने लगते हैं. देश की सरकार के पास भी पैसा पहुंचता है. जिससे बाजार में महंगाई कम होती है. और लोगों ज्यादा खर्च कर सकते हैं. सरकार के पास पैसा आने से सरकार भी जनहित की योजनाओं में अधिक खर्च करती है. टैक्स में सरकार बढ़ौतरी नहीं करती है.
वहीं जीडीपी घटने पर आम आदमी की आय में गिरावट आती है. बिजनेस की आय में भी गिरावट होती है. जॉब और नए अवसरों में कमी आती है. सरकार नई योजनाएं शुरू नहीं करती है. साथ ही पैसा जुटाने के लिए सरकार कर्ज लेती है. आम लोगो पर सरकार अतिरिक्त टैक्स का बोझ भी डालती है.
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दूसरी,तीसरी तिमाही में लगातार ग्रोथ
सितंबर तिमाही में अर्थव्यवस्था 8.1 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी थी. दूसरी और तीसरी तिमाही में बेहतर प्रदर्शन के बाद पूरे वित्त वर्ष 2024 के लिए जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ाकर 7.6 फीसदी कर दिया गया है. इससे पहले पूरे साल का अनुमान 7 फीसदी का था. जिसे बाद में बढ़ा कर 7.3 फीसदी किया गया था.
अलग-अलग सेक्टर्स का प्रदर्शन
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सबसे अच्छी ग्रोथ रही. इस तिमाही में 11.6 फीसदी की ग्रोथ देखी गई. एग्री सेक्टर में दिसंबर तिमाही में 0.8 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई. लेकिन पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इंडस्ट्री की ग्रोथ 5.5 फीसदी से बढ़कर 9.6 फीसदी रही है. सर्विस सेक्टर में भी गिरावट देखने को मिली. माइनिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में अच्छी ग्रोथ रही.