Jamnagar Vantara Photo Gallery: भारत में अपनी तरह के पहले इनिशिएटिव वनतारा को आरआईएल और रिलायंस फाउंडेशन के बोर्ड के डायरेक्टर अनंत अंबानी के नेतृत्व में संकल्पित और शुरू किया गया है। यह गुजरात में रिलायंस के जामनगर रिफायनरी कॉम्प्लेक्स के भीतर 3000 एकड़ में फैले ग्रीन बेल्ड बनाया गया है।
#WATCH | Reliance Foundation announces Vantara – a comprehensive Animal Rescue, Care, Conservation and Rehabilitation programme, the first of its kind in India.
Anant Ambani says "We started the wildlife rescue center building in the peak of COVID…We've created a jungle of 600… pic.twitter.com/OoWh9HWsU8
— ANI (@ANI) February 26, 2024
पुनर्वास का इनिशिएटिव
पिछले कुछ वर्षों में, इस कार्यक्रम के तहत 200 से अधिक हाथियों और हजारों अन्य जानवरों, रैपटाइल्स और पक्षियों को असुरक्षित स्थितियों से बचाया गया है। प्रोग्राम ने गैंडों, तेंदुए और मगरमच्छों के पुनर्वास का इनिशिएटिव भी लिया है।
हाथियों के लिए विशेष सुविधाएं
इस केंद्र में हाथियों के लिए अत्याधुनिक आश्रयों, वैज्ञानिक रूप से डिजाइन किए गए दिन-रात के बाड़ों, हाइड्रोथेरेपी पूल, तालाब और हाथियों में गठिया के इलाज के लिए एक बड़े एलिफैंथ जकूज़ी जैसी सुविधाएं बनाई गई हैं।
प्रमुख प्रजातियों के लिए पहल
वंतारा ने गैंडा, तेंदुआ और मगरमच्छों के पुनर्वास सहित प्रमुख प्रजातियों के लिए पहल की है। वहीं अन्य जंगली जानवरों के लिए, जो पहले सर्कस या भीड़भाड़ वाले चिड़ियाघरों में थे, उनके लिए 650 एकड़ का एक बचाव एवं पुनर्वास केंद्र बनाया गया है। इस केंद्र में भारत और दुनिया भर के संकटग्रस्त और खतरनाक वातावरण से बचाकर लाए गए जानवरों को आश्रय और देखभाल दी जाती है।
पुनर्वास केंद्र में 2,100 से अधिक कर्मचारी रहेंगे तैनात
इस बचाव एवं पुनर्वास केंद्र में 2,100 से अधिक कर्मचारी तैनात है। इस केंद्र में पूरे भारत से लगभग 200 तेंदुओं को रखा गया है, जो सड़क दुर्घटनाओं या इंसानों के साथ संघर्षों में घायल हुए हैं। इसके अलावा यहां तमिलनाडु में अत्यधिक भीड़भाड़ वाली फैसिलिटी से 1,000 से अधिक मगरमच्छों को रखा गया है।
बचाव और विनिमय में अनुपालन (Compliance in hedge and exchange)
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 और मान्यता चिड़ियाघर नियम, 2009 के तहत निर्धारित प्रावधानों के अनुसार संबंधित राज्यों के चीफ़, वाइल्डलाइफ़ वार्डन्स और सेंट्रल जू अथॉरिटी की पूर्व-मंज़ूरी प्राप्त करने के बाद सभी बचाए गए जानवरों को वंतारा में लाया गया है। सभी एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम सेंट्रल ज़ू अथॉरिटी के अनुमोदन पर आगे बढ़ाए जाते हैं।