Jammu-Kashmir Train News: जम्मू कश्मीर के श्री नगर में रविवार सुबह हडकंप मच गया. जब स्टेशन पर कड़ी माल मालगाड़ी अपने आप चलने लगी.
हैरानी की बात यह है कि जिस वक्त मालगाड़ी चल रही थी. तो नहीं उसमें कोई गार्ड था और ना ही कोई लोको पायलट था.
कठुआ से पंजाब के होशियारपुर जिले के एक गांव तक बिना गार्ड और लोको पायलट के मालगाड़ी के चलने से लोगों में दर का माहौल बन गया.
मामले की गंभीरता देखते हुए जिस ट्रैक पर माल गाड़ी दौड़ रही थी। उस ट्रैक को खाली कराया गया.
लेकिन आज हम जानतें हैं की ऐसी स्थिति में ऐसी क्या सावधानियां जो उठाना जरुरी होता है. और क्या बिना पायलट के ट्रेन से दुर्घटना हो सकती है.
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बिना लोकोपायलट के बचाएगा कवच
बता दें कुछ समय पहले ही कवच नाम के डिवाइस को ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के लिए तैयार किया गया है. भारतीय रेलवे द्वारा चलती ट्रेनों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए ‘कवच’ नाम का ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम बनाया गया है.
यह कवच सिस्टम RDSO (Research Design and Standards Organisation) ने विकसित किया है.
इसे नेशनल ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम के रूप में अपनाया गया है. इसमें सेफ्टी इंटीग्रिटी लेवल – 4 स्टैंडर्ड्स शामिल है.
यह कवच सिस्टम ट्रेन सिग्नलिंग सिस्टम के साथ-साथ पटरियों पर भी ट्रेन की स्पीड को कण्ट्रोल करने में सक्षम है.
ये सिस्टम केवल लोको पायलट को सिग्नल पासिंग एट डेंजर (SPAD) और ट्रेन की ओवर स्पीडिंग से बचाने में मदद करता है.