Magh Purnima Niyam: आज 23 फरवरी को माघ माह की व्रत पूर्णिमा है। यानी जो लोग पूर्णिका व्रत रखते हैं वे शुक्रवार यानी आज ये व्रत रखेंगे। यदि आप भी यह व्रत रखने वाले हैं तो जानते हैं कि व्रत के नियम क्या हैं। इसे रखने में क्या सावधानी रखनी होगी।
क्या है माघ पूर्णिमा की परंपरा (Magh Purnima Parampara)
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों के स्नान और दान की परंपरा है। इस दिन दान करने से कई गुना फल मिलता है। धर्म पुराणों की मानें तो इस दिन यदि पवित स्नान कर व्रत और सही विधि विधान से पूजा करें तो भगवान विष्णु जल्दी प्रसन्न होते हैं।
इस दुर्लभ संयोग में मनेगी माघ पूर्णिमा (Magh Purnima Durlabh Sanyog)
ज्योतिषाचार्य के अनुसार इस बार की माघ पूर्णिमा बेहद खास होने वाली है। क्योंकि इस दिन दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। अगर पूर्णिमा के अनुसार नक्षत्र आजा, तो वह उस त्योहार को खास बना देती है। हर महीने का एक खास नक्षत्र होता है। यदि वह उस नक्षत्र में आ जाए तो वह उसे बेहद खास बना देता है। इस बार की माघ पूर्णिमा मघा नक्षत्र में आ रही है।
माघ पूर्णिमा क्यों है खास (Magh Purnima ka Mahatva)
वैसे तो साल में दो बार पूर्णिमा आती है लेकिन साल की तीन पूर्णिमाओं को बेहद खास माना जाता है। माघ, सावन और वैसाख माह की पूर्णिमा बेहद खास होती है। वो इसलिए क्योंकि ये सभी पुुरुषोत्तम माह में आते हैं। शुभ कार्य के लिए ये महीने खास माने जाते हैं।
कब है माघ माह की व्रत पूर्णिमा (Magh Vrat Purnima)
माघ माह में जो लोग पूर्णिमा का व्रत करते हैं उनके लिए माघ व्रत पूर्णिमा 23 फरवरी को रखी जाएगी। क्योंकि 23 फरवरी को पूर्णिमा तिथि दोपहर 2:50 मिनट पर आ जाएगी। पूर्णिमा का व्रत रात का माना जाता है। इसलिए व्रत पूर्णिमा 23 फरवरी को रखी जाएगी।
कब है माघ माह की स्नानदान पूर्णिमा (Magh Sanan Dan Purnima)
माघ पूर्णिमा की तिथि की समाप्ति 24 फरवरी को शाम 4:45 पर होगी। इसलिए स्नान दान करने के लिए उदयातिथि के हिसाब से स्नानदान पूर्णिमा 24 फरवरी को मनाई जाएगी।
माघ पूर्णिमा तिथि मुहूर्त (Magh Purnima Tithi Muhurat)
पंचांग के अनुसार इस वर्ष माघ पूर्णिमा यानि माघी पूर्णिमा का त्योहार 23 और 24 फरवरी को मनाया जाएगा। आपको बता दें पूर्णिमा तिथि 23 फरवरी 2024 को दिन में 2:50 बजे से शुरु हो जाएगी। जिसकी समाप्ति 24 फरवरी को शाम 4:45 मिनट पर होगी।
बनेंगे ये दुर्लभ महासंयोग (Magh Purnima 2024 Durlabh )
इस बार की माघ पूर्णिमा मघा नक्षत्र में आ रही है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो अतिगण्ड योग एक साथ आ रहे हैं।
माघ पूर्णिमा पूजन विधि (Magh Purnima 2024 Pujan Vidhi)
हर त्योहार की तरह इस दिन भी सुबह उठकर पवित्र नदी में स्नान करें। यदि ऐसा नहीं कर पाते हैं तो आपको घर पर ही स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। ध्यान रखें जब आप स्नान करें तो उस समय ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करते रहें। इसके बाद तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, गेंहू के साथ काले तिल डालकर सूर्य को अर्घ्य दें। फिर इसक पूजन स्थल के समक्ष घी का दीपक जलाकर उसमें चार लौंग अपने ईष्ट के नाम की डाल कर श्रीविष्णु भगवान की आराधना करें।
माघ पूर्णिमा के उपाय (Magh Purnima 2024-Upay)
आपको बता दें चूंकि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इसलिए ध्यान रखें कि पूजन में भगवद्गीता, विष्णु सहस्त्रनाम या फिर गजेंद्र मोक्ष का पाठ जरूर करें। चूंकि इस दिन दान का विशेष महत्व होता है इसलिए अपनी सामर्थ अनुसार गरीबों को तिल, कंबल, घी आदि का दान करें। ऐसा माना जाता है कि इन चीजों का दान आपको सभी प्रकार के कष्टों से दूर रख सकता है। साथ ही आपके परिवार के लोगों की तरक्की के रास्ते भी खुलते है।
माघ पूर्णिमा-शुभ मुहूर्त (Magh Purnima, magh-purnima-2024-shubh muhurat)
माघ पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 23 फरवरी दोपहर 2:50
माघ पूर्णिमा तिथि समाप्ति: 24 फरवरी शाम 4:45
माघ व्रत पूर्णिमा 2024
23 फरवरी
माघ स्नानदान पूर्णिमा 2024
24 फरवरी
नोट : इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर ले लें।