हाइलाइट्स
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सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस से टूटी बातचीत
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न्याय यात्रा में शामिल नहीं होंगे अखिलेश यादव
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सपा और कांग्रेस के बीच UP में किन सीटों पर फंसा पेंच
UP News: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच मतभेद की दीवार बढ़ चुकी है। INDI गठबंधन में होने के बावजूद लोकसभा चुनावों के लिए सीट फॉर्मूला तय नहीं हो सका है। कई बैठकों, खूब माथापच्ची और मंथन के बावजूद सीट बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच पेंच फंसा है।
इधर, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी लगातार अपने उम्मीदवार उतार रही है। अभी तक 26 सीटों पर सपा के उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीट हैं। एक तरफ बीजेपी खड़ी है, तो उससे मुकाबला करने के लिए INDI गठबंधन के दल हैं। इसी INDI गठबंधन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस साझीदार हैं। हालांकि चुनावों से पहले सपा और कांग्रेस आपस में उलझे हुए हैं।
महज सीट बंटवारा ही नहीं, समाजवादी पार्टी अभी राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से भी किनारा किए हुए है, जो इस समय उत्तर प्रदेश से गुजर रही है।
सब कुछ ठीक, कोई समस्या नहीं- खरगे
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अखिलेश यादव के अल्टीमेटम के बाद कहा था कि सब कुछ ठीक होगा, कोई समस्या नहीं है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि जब अलग-अलग दलों के बीच में समझौता होता है, हर पार्टी कुछ लेना चाहती है, लेकिन कुछ देना भी पड़ता है तो उसमें थोड़ा समय लग रहा है।
अखिलेश जी का बयान कल का सकारात्मक था कि हम चाहते हैं कि इंडिया गठबंधन हो। सीट शेयरिंग फॉर्मुला जल्द तय हो,उस भावना का पार्टी समर्थन देती है।
20 सीटें मांग रही थी कांग्रेस, मिलीं 17
सूत्रों के मुताबिक, सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा के बीच दिल्ली में तीन दौर की बैठकें हुईं। कांग्रेस यूपी में 20 सीटों की मांग कर रही थी। मगर, अखिलेश यादव 17 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं थे। आखिर में 17 सीटों पर ही बात फाइनल हुई।
वैसे भी अभी कांग्रेस के पास यूपी में रायबरेली की ही एकमात्र लोकसभा सीट है।
सीटों के बंटवारे को लेकर हुई इन बैठकों में कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, सलमान खुर्शीद, आराधना मिश्रा मौजूद रहीं। वहीं, सपा की ओर से राम गोपाल यादव, जावेद अली खान और उदयवीर सिंह उपस्थित रहे।
यूपी की हर एक सीट को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। हर सीट पर जीत की संभावना को टटोला गया। इसके बाद भी बात फाइनल नहीं हो सकी।
इन तीन सीटों पर फंसा पेच
सपा और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत में पेच तीन सीटों को लेकर फंस गया। कांग्रेस अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के लिए बलिया की सीट चाहती थी।
ग्रैंड ओल्ड पार्टी मुरादाबाद और बिजनौर सीट पर भी दावा कर रही थी। मुरादाबाद सीट अभी सपा के कब्जे में है और सपा अपनी सीटिंग सीट समेत इनमें से कोई भी सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुई।
सपा की दूसरी सूची में 11 प्रत्याशी
सोमवार को सपा ने लोकसभा चुनाव के लिए दूसरी लिस्ट जारी की। इसमें मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक, हरदोई से ऊषा वर्मा, आंवला से नीरज मौर्या, शाहजहांपुर से राजेश कश्यप, मिश्रिख से रामपाल राजवंशी, प्रतापगढ़ से डॉ. एसपी सिंह पटेल, बहराइच से रमेश गौतम, मोहनलालगंज से आरके चौधरी, गोंडा से श्रेया वर्मा, गाजीपुर से अफजाल अंसारी और चंदौली से वीरेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया गया था।