हाइलाइट्स
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क्रेशर में ब्लास्टिंग होने से लोगों में दहशत
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ब्लास्टिंग से मकानों में आ रही दरारें
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ग्राम पंचायत से नहीं ली गई अनुमति
जशपुर। जिले में पत्थर खदान की ब्लास्टिंग से उड़ने वाले पत्थर की चपेट में आकर एक साल में दो लोगों की मौत हो गई थी। अब आरा के केतार में कुछ दिनों पहले क्रेशर लगने की तैयारी शुरु की गई है। इस क्रेशर के लिये खदान वर्षो पूर्व संचालित था। लेकिन पहले हाथो से ही पत्थरों की तुड़ाई होती थी। लेकिन अब कुछ दिनों से यहां पर ब्लास्टिंग के माध्यम से पत्थरों को तोड़ा जा रहा है।
ग्राम पंचायत से नहीं ली गई अनुमति
अचानक ब्लास्टिंग होने से गांव में भगदड़ की स्थिति बन जाती है। ब्लास्टिंग से गाँव के लोगों के पुराने और निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास में दरारें आ रही हैं गाँव के लोगों ने ब्लास्टिंग बन्द नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
वहीं ग्राम पंचायत के सचिव का कहना है की ब्लास्टिंग और क्रेशर के लिए ग्राम सभा या पंचायत से कोई सहमति अनुमति या पंचायत प्रस्ताव नहीं लिया गया है। खनिज विभाग के अधिकारी इस मामले में जांच करने का रटा-रटाया जवाब दे रहे हैं।
बिना किसी पूर्व सूचना अचानक ब्लास्टिंग की जा रही है जिससे ग्रामीणों में खासी नाराजगी है और ग्रामीण आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।