Grah Rashi Parivartan Effect: ग्रहों की चाल आए दिन बदलती है। ग्रह अपने स्वभाव और प्रकृति के अनुसार राशि परिवर्तन करते हैं। जिसका सभी जातकों पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ता है। चलिए जानते हैं ग्रहों के गोचर (Grah Gochar) के दौरान ऐसी कौन सी स्थिति है जिससे आप बड़ी ही आसानी खुद पता कर सकते हैं कि ग्रह गोचर का आप पर शुभ फल होगा या अशुभ। Grah Rashi Parivartan Effect:
चौथे, आठवें, बारहवें भाव का होता है असर
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है तो वह चौथे, आठवें और बारहवे भाव में होने पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। शेष राशि वालों को सामान्य असर देता है। साथ ही जिस राशि में वह प्रवेश करता है उसके अनुसार भी ग्रह का प्रभाव होता है।
खुद पर असर पता करने का तरीका
ग्रहों के राशि परिवर्तन करने पर वह विभिन्न जातकों पर शुभ अशुभ प्रभाव डालते हैं। इसके होने पर आप पर असर को पता करने का सबसे आसान तरीका ये है कोई ग्रह जब जिस राशि में गोचर करता है, उस गोचर वाली राशि तक आपको अपनी राशि से गणना करनी है। यदि वह चौथे, आठवें और बाहरवें भाव में आ रही है तो वो आपके लिए कष्ट कारी रहेगा।
ऐसे समझे गणना का तरीका
मान लीजिए आपकी राशि सिंह है, और किसी ग्रह ने कुंभ में प्रवेश किया है। जैसे सूर्य ने कुंभ में गोचर किया है। तो सिंह राशि से कन्या राशि तक हम गणना करेंगे। कन्या से कुंभ तक कुंभ सातवें नंबर पर आता है। यानि ये सिंह राशि वालों के लिए अशुभ फल नहीं देगा। इसी तरह यदि आपकी राशि वृश्चिक है। तो वृश्चिक से कुंभ तक गणना करने पर वृश्चिक, धनु, मकर और कुंभ यानि कुंभ चौथे भाव में आ रहा है। इसका मतलब ये है कि कुंभ में राशि का गोचर वृश्चिक राशि के जातकों के लिए कष्टकारी रहेगा।
ये हैं 12 राशियां
1: मेष
2: वृष
3: मिथुन
4: कर्क
5: सिंह
6: कन्या
7: तुला
8: वृश्चिक
9: धनु
10: मकर
11: कुंभ
12: मीन