हाइलाइट्स
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ज्ञानवापी तहखाने मामले में मुस्लिम पक्ष नाराज
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मुस्लिम इलाकों में बाजार बंद का ऐलान
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पूजा-पाठ को लेकर भड़का मुस्लिम समुदाय
Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मस्जिद स्थित व्यासजी के तहखाने में कोर्ट के आदेश के बाद शुरू हुई पूजा पाठ के बाद जहां एक ओर अंजुमन इंतजामिया कमेटी की तरफ से शुक्रवार को बनारस बंद का ऐलान किया गया है तो वहीं आज जुमे की नमाज को देखते हुए सुरक्षा भी चाक-चौबंद कर दी गई है।
#WATCH | Varanasi, UP: Drone surveillance is being conducted at the Gyanvapi complex amid the bandh announced by the Muslim community. pic.twitter.com/YtAms50wl5
— ANI (@ANI) February 2, 2024
ज्ञानवापी मस्जिद और काशी विश्वनाथ इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पूरे वाराणसी में हाई अलर्ट है और तीन जिलों की फोर्स भी बुला ली गयी है।
‘जुमे की नमाज के दिन कारोबार बंद करने का ऐलान’
अंजुमन इंतजामिया मस्जिद की तरफ से जारी एक पत्र में लिखा गया है कि – ज्ञानवापी मस्जिद के दक्षिणी तहखाने में पूजा पाठ की अनुमति देने से मुसलमान में नाराजगी है, इसको देखते हुए जुमे के दिन बंदी का ऐलान किया गया है।
इस फैसले के विरोध में जुमे के दिन मुसलमान शांतिपूर्ण रूप से अपना कारोबार बंद रखेंगे और जुमे की नमाज से लेकर असर की नमाज तक दुआखानी करेंगे। मुस्लिम समाज को इस भ्रम फैलाने वाले दावे पर कड़ी आपत्ति है।
मुस्लिम इलाकों में विशेष सतर्कता
मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. बाहर से आई फोर्स और PAC को गश्त के लिए लगाया गया है. अति संवेदनशील इलाकों में RAF की तैनाती की गई है । पुलिस अफ़सरोंको निर्देश दिया गया है कि छोटी-बड़ी सभी मस्जिदों के बाहर प्रयाप्त संख्या में फोर्स की तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही कहा गया है कि किसी भी धार्मिक स्थल के बाहर भीड़ इकट्ठी न होने पाए।
आधी रात को सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था मामला
यहां 30 साल से पूजा पर रोक थी। आधी रात को ही भक्त पूजा करने के लिए पहुंच गए। इधर मुस्लिम पक्ष रात 3 बजे सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। मस्जिद इंतजामिया कमेटी ने ज्ञानवापी मस्जिद की कानूनी टीम के जरिए रात 3 बजे सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार से संपर्क किया।
मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से वाराणसी कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने का अनुरोध किया ताकि मुस्लिम पक्ष कानूनी उपाय तलाश सके। रात तीन बजे मुस्लिम पक्ष ने रजिस्ट्रार से करीब एक घंटे तक बातचीत की।
फिर सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार ने सुबह 4 बजे भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ को जगाया। चीफ जस्टिस ने सुबह-सुबह कागजात देखने के बाद मुस्लिम पक्ष से किसी भी तरह की राहत के लिए मामले को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पास जाने को कहा।