हाइलाइट्स
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3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य
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वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए किया
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राष्ट्रपति ने भी किया जिक्र
Lakhpati Didi Yojana: बजट 2024 स्पीच में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने केंद्र में मोदी सरकार की महात्वाकांक्षी योजना ‘लखपति दीदी’ (Lakhpati Didi Yojana) को लेकर बड़ा एलान किया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश कर रहीं बजट: लखपति दीदी योजना का किया जाएगा विस्तार #budget2024 #budgetsession #nirmalaseetharaman #pmmodi #delhi #sansad pic.twitter.com/wEWMcPsFC2
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) February 1, 2024
वित्त मंत्री ने लखपति दीदी की संख्या 2 करोड़ से 3 करोड़ बढ़ाने की बात कही है। बजट स्पीच के तुरंत पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी लाखपति दीदी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार 2 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का अभियान चला रही है।
आखिर क्या है मोदी सरकार की यह खास योजना, जिससे महिलाओं को खास ट्रेनिंग देकर अर्निंग मेंबर बनने में हेल्प मिलती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बनकर अपना घर सही से चला सकें।
लखपति दीदी योजना से महिलाओं को क्या लाभ मिल रहे हैं?
इस योजना के तहत देश की महिलाएं फाइनेंशियल लिट्रेट हो पाएंगी इस योजना के जरिए महिलाओं के लिए वर्कशॉप्स की जाएगी जिसमें उन्हें फाइनेंशियल के बारे में बताया जाएगा। इस योजना का मकसद है महिलाओं को इंपॉवर करना। ये वर्कशॉप्स बजट, सेविंग, इन्वेस्टमेंट और फाइनेंशियल साधनों को समझने जैसे विषयों को कवर करती हैं।
लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को रेगुलर से रेगुलर सेविंग्स के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इंसेटिव्स प्रदान किया जाते हैं।
लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को आंत्रप्रेन्योरशिप इंडस्ट्री, एजुकेशन या दूसरी जरूरतों के लिए स्मॉल लोन दिए जाते हैं।
इस योजना के तहत महिलाओं को प्रोत्साहित किया जाता है कि वो डिजिटल बैंकिंग सेवाओं, मोबाइल वॉलेट और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों का उपयोग करना सीखें।
फाइनेंशियल लाभ के अलावा ये योजना कई तरह के इंपॉवरमेंट प्रोग्राम्स से महिलाओं के कान्फिडेंस और आत्म-सम्मान के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित करती है। ओवरऑल इस योजना के पीछे की सोच इन महिलओं के पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर पॉजिटिव प्रभाव डालना है।
इस योजना के तहत महिला वोटर्स को रुझाना
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान देश में 43. 8 करोड़ महिला मतदाताएं थीं, जो अब बढ़कर 46.1 करोड़ हो गई हैं। जबकि अगर पुरुष मतदाताओं की बात करें तो इनमें महज़ 3.6 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है। देश में कुल मतदाताओं की संख्या देखें तो यह 95.1 करोड़ है, जबकि साल 2019 में यह 91.2 करोड़ था ।
महिला मतदाताओं की भूमिका चुनावों में हमेशा खास रही है। इसलिए बीजेपी भी इन तक पहुंचने का प्रयास कर रही है, प्रधानमंत्री मोदी ने तो अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं से यहां तक कह दिया कि उनका महिला मतदाताओं तक अपनी पहुंच बनाना बड़ी चुनौती साबित होगी।
हालांकि अगर बीजेपी को इस विधानसभा चुनाव में कुछ कमाल करना है तो उसे महिला मतदाताओं का साथ किसी भी हाल में चाहिए होगा।
ऐसा नहीं है कि महिला मतदाताओं को राजनीतिक पार्टियां पहली बार लुभाने की कोशिश कर रही हैं, बिहार विधानसभा का चुनाव आपको याद होगा कैसे महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी की घोषणा की थी और उन्हें इस बात का चुनाव में फायदा भी मिला था।
इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए देश में ये योजना महिला मतदाताओं को अपने तरफ रुझाने के लिए लाया गया है।
लखपति दीदी योजना क्या है?
लखपति दीदी योजना देश में महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी है। इसे शॉर्ट में एसएचजी कहते हैं। इन समूहों में महिलाओं की भागीदारी सबसे अधिक है। इन स्वयं सहायतों समूहों में बैंक वाली दीदी, आंगनबाड़ी दीदी, दवाई वाली दीदी शामिल हैं।
लखपति दीदी योजना महिलाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जो देश की इन दीदी को स्किल ट्रेनिंग देकर उन्हें पैसा कमाने के योग्य बनाया जाता है।
बता दें कि महिलाओं को आर्थिक तौर पर इंपॉवर करने के लिए 15 अगस्त 2023 को लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखपति दीदी योजना के बारे में जिक्र किया था।
आर्थिक रूप से वंचित बैकग्राउंड की महिलाओं को आगे लाने के लक्ष्य के साथ ये योजना शुरू की गई थी।